मुजफ्फरपुर: नोटबंदी के बाद बैंक शाखा व एटीएम पर पैसा के जमा व निकासी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. लेकिन इस भीड़ में एक नयी बात सामने आ रही है. बैंक शाखाओं में पहुंचने वाले करीब 15 से 20 प्रतिशत लोगों को पैसा कैसे निकालना है, फॉर्म कैसे भरा जायेगा, कहां साइन करना इन सभी के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्हें शाखा में बैठे पिउन इसकी जानकारी देते है, लोग एक दूसरे की मदद करते नजर आते हैं.
वहीं एटीएम पर पैसा निकालने के लिए लोगों की लंबी कतार लगी रहती है, वैसे एटीएम पर दिनभर में 30 से 40 लोग ऐसे पहुंच रहे है जिन्होंने आज तक एटीएम से लेनदेन ही नहीं किया है. एटीएम पर तैनात गार्ड की माने तो ऐसे लोगों को एटीएम कार्ड को मशीन में घुसाने, पिन नंबर डालने, कौन सा ऑप्शन टच करना है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती है. प्रबंधन की मानें तो 15 से 20 प्रतिशत ऐसे लोग आ रहे हैं जिन्हें लेन-देन की जानकारी नहीं होती.
खाते में कितना पैसा, इसकी जानकारी नहीं : ऐसे लोगों को इस बात तक की जानकारी नहीं है कि इनके खाते में कितना पैसा है. शाखा में जाने के बाद यह फॉर्म देने वाले पिउन से फॉर्म भरवाते हैं और कहते हैं कि जितना एक बार में निकल सकता है, उतना पैसा भर दीजिए. जब काउंटर पर बैठे बैंकर इनके खातों को देखते है तो पता चलता है कुछ खातों में पैसा ट्रांसफर होकर आया, तो कुछ में कैश जमा हुआ है. लेकिन निकासी करने वाले खाताधारी को पैसा कहां से आया इस बात की जानकारी नहीं होती है.
बैंक सूत्रों की माने तो यह वह लोग है जो अपने मालिक की ओर से एकाउंट में भेजे गये पैसे को निकालने के लिए आये है. चूंकि इन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं है इनके खाते में कितने पैसे है, कहां से आये, कितना निकालना चाहते है.
शाखाओं व एटीएम पर भीड़ रही सामान्य
शनिवार व रविवार को दो दिनों तक लगातार बैंकों की छुट्टी है. इसको लेकर शुक्रवार को बैंक शाखाओं में ग्राहकों की भारी भीड़ की संभावना थी, लेकिन स्थिति सामान्य रही. शहर में सबसे अधिक भीड़ एसबीआइ की मुख्य शाखा रेडक्रॉस में रही. जहां नोटबंदी के बाद से लगातार भीड़ रहती है. लेकिन सभी ग्राहकों ने अपने लिमिट के अनुसार खाते से पैसों की निकासी की. वहीं अन्य बैंकों की शाखाओं में स्थिति सामान्य रही.