तीन साल तक चलने वाले इस रिसर्च प्रोजेक्ट में रिसर्च में शामिल छात्र दो साल के लिए यूरोप के किसी भी देश में रिसर्च के लिए जा ले सकते हैं. इसके अलावा शिक्षक एक सप्ताह से लेकर दो माह तक यूराेप के किसी देश में रिसर्च के लिए जा सकते हैं.
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तीन विवि बनायेंगे पांच प्रोजेक्ट
मुजफ्फरपुर: यूरोपियन यूनियन के सहयोग से बीआरए बिहार विवि पांच प्रोजेक्ट तैयार करेगा. पांचों प्रोजेक्ट के लिए विवि अन्य दो विश्वविद्यालयों की मदद लेगा. एक प्रोजेक्ट पर एक करोड़ की राशि यूरोपियन यूनियन देगा. तीन साल तक चलने वाले इस रिसर्च प्रोजेक्ट में रिसर्च में शामिल छात्र दो साल के लिए यूरोप के किसी भी […]
मुजफ्फरपुर: यूरोपियन यूनियन के सहयोग से बीआरए बिहार विवि पांच प्रोजेक्ट तैयार करेगा. पांचों प्रोजेक्ट के लिए विवि अन्य दो विश्वविद्यालयों की मदद लेगा. एक प्रोजेक्ट पर एक करोड़ की राशि यूरोपियन यूनियन देगा.
सभी विभाग तैयार कर सकते हैं प्रोजेक्ट : यूरोपियन यूनियन की ओर से इस प्रोजेक्ट में विवि के सभी विभाग अपने-अपने स्तर से प्रोजेक्ट तैयार कर सकते हैं. इन प्रोजेक्टों का चयन विवि अपने स्तर से सलेक्शन कमेटी के जरिए करेगा. इनमें से पांच प्रोजेक्ट यूरोपियन यूनियन को भेजा जायेगा. यूरोपियन यूनियन इन प्रोजेक्टों में से चयन करेगा. चयन करने के बाद बकायदा प्रोजेक्ट के लिए राशि निर्गत की जायेगी. इस राशि का उपयोग 40 प्रतिशत स्कॉलर, 30 प्रतिशत इंस्टूमेंट में और 30 प्रतिशत आने-जाने में खर्च कर सकेंगे.
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