विनय
मुजफ्फरपुर : शहर में अब 50 हजार की आबादी पर एक अस्पताल खुलेगा. इस तरह शहर में साढ़े छह लाख लोगों के लिए 13 अस्पताल होंगे. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने नेशनल शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत इस योजना को पूरा करने की कवायद शुरू कर दी है. हालांकि शुरुआत तौर पर शहर में पांच अस्पताल ही खोले जायेंगे.
बाद में आठ अस्पताल और खुलेंगे. केंद्र सरकार ने शहरी क्षेत्रों में कमजोर आर्थिक स्थिति वाले लोगों के लिए यह योजना शुरू की है. मिशन का उद्देश्य मां व बच्चे की मृत्यु दर में कमी के अलावा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है. इस योजना के तहत अस्पतालों में बेड की भी व्यवस्था करनी है, लेकिन शुरुआती तौर पर यह व्यवस्था लागू नहीं की जा रही है. तात्कालिक रूप से यहां आने वाले मरीजों का इलाज किया जायेगा.
मिशन ने योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. अगले महीने तक राज्य सरकार को फंड उपलब्ध करा दिया जायेगा. मिशन एक साथ देश के 779 शहरों में योजना की शुरुआत कर रही है. प्रारंभिक तौर पर बिहार के 18 जिलों का चयन किया गया है. जिसमें उत्तर बिहार का मुजफ्फरपुर शामिल है.
आरडीडी ने भेजा प्रस्ताव
स्वास्थ्य सेवाएं के तिरहुत प्रमंडल के उपनिदेशक डॉ एसएम मुश्ताक ने नेशनल शहरी स्वास्थ्य मिशन को प्रस्ताव बना कर भेज दिया है, जिसमें पांच अस्पताल के खोले जाने के खर्च व स्टाफ का वेतन सहित अन्य मद के खर्चे शामिल हैं. पीआरटी में शहरी क्षेत्रों की आबादी के हिसाब से अस्पताल की संख्या दर्शायी गयी है.
पीआरटी में इस बात का भी जिक्र है कि किराये के मकान में अस्पताल चलाने में कितना खर्च आयेगा. अस्पताल चलाने के लिए विभाग जगह का सर्वेक्षण कर रहा है. फंड आते ही योजना पर काम शुरू कर दिया जायेगा.
बनेगा स्टाफ के लिए क्वार्टर
इस योजना के तहत अस्पताल में नियुक्त होने वाले डॉक्टर व कर्मचारियों को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग क्वार्टर बना कर देगा. प्रत्येक अस्पताल में एक डॉक्टर व 15 स्टाफ के लिए आवासीय व्यवस्था की जायेगी. नेशनल शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत अस्पताल की जमीन, भवन व क्वार्टर मद में आने वाले खर्चो को भी बजट भी शामिल किया गया है. हालांकि जमीन की खरीद व भवन बनने से पहले स्वास्थ्य सुविधाएं शुरू हो जायेगी. स्वास्थ्य विभाग की केंद्रीय कमेटी मुआयना करने के बाद भवन व क्वार्टर की पहल करेगी.
एक अस्पताल में होंगे 16 कर्मी
मिशन ने प्रत्येक अस्पताल के लिए 16 कर्मियों की संख्या निर्धारित की है. जिसका विवरण इस प्रकार है –
मेडिकल ऑफिसर – 1
फार्मासिस्ट – 1, स्टाफ नर्स – 3
हेल्थ वर्कर – 1, हेल्थ एजुकेटर – 1
हेल्थ असिस्टेंट (पु.) – 1
हेल्थ असिस्टेंट (स्त्री) – 1
यूडीसी – 1, एलडीसी – 1
ड्राइवर – 1
चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी – 4