मुजफ्फरपुर : आमजनों की बात तो दूर, सरकारी कर्मी और महत्वपूर्ण लोगों पर हुए हमले में शामिल अपराधियों को चिह्नित कर उसे सलाखों के अंदर पहुंचाने में पुलिस नाकाम है. डीटीओ कार्यालय के कर्मचारी सत्येंद्र सिंह को जिले के समाहरणालय परिसर स्थित डीआइजी कार्यालय के गेट के समीप हमलावरों ने गोली मारी थी.
इसकी प्राथमिकी दर्ज हुई, लेकिन घटना के एक माह बाद भी पुलिस इस कांड में शामिल अपराधियों तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो सकी है. अब इस मामले में घायल सुरेंद्र सिंह से ही पुलिस अपराधियों के खुलासे का आस लगाये हाथ पर हाथ रख बैठी है. गत 28 अक्तूबर की शाम डीटीओ कार्यालय के क्लर्क सुरेंद्र सिंह कार्यालय से अपने घर जा रहे थे. डीआइजी कार्यालय के समीप पीछा कर रहे बाइक सवार दो युवकों ने उन पर गोली चलायी थी.