मुजफ्फरपुर: मोतीपुर के कोदरकट्टा में छापेमारी में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस के हत्थे चढ़ा नक्सली राम प्रवेश बैठा उर्फ सतीश जी पूर्वी चंपारण व शिवहर जिले का एरिया कमांडर है. यहीं नहीं, वह पार्टी के रीजनल कमेटी का सदस्य भी है.
हालांकि पुलिस के वरीय अधिकारी इस मामले में कुछ भी खुलासा करने से परहेज कर रहे है. बताया जाता है कि राम प्रवेश बैठा पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन थाना क्षेत्र के कौड़ियां गांव का रहने वाला है. उसका ससुराल मोतीपुर थाना क्षेत्र के रसगुल्लागंज में है. गुरुवार को राम प्रवेश अपने साथी रत्नेश के साथ आया था.
कोदरकट्टा में वह नेपाल में रहने वाले सरोज व मनोज से बात कर रहा था. उसी समय पुलिस ने छापेमारी कर सभी को दबोच लिया था. पुलिस ने मौके से एक होंडा साइन बाइक भी बरामद की थी. वह बाइक राम प्रवेश के साला विकास कुमार के नाम से खरीदी गयी थी. विकास फिलहाल ठक्कर बापा छात्रवास के कमरा नंबर 8 में रह कर पीजी (अर्थशास्त्र) में पढ़ रहा था. छानबीन में पता चला है कि राजा राज रजक का पुत्र विकास नक्सलियों की मदद भी करता था. पुलिस को उसके लैपटॉप की तलाश थी. जब्त की बाइक (बीआर06एसी-8564 ) उसने 28 मई 2012 को खरीदी थी. राम प्रवेश के गांव का ही हार्ड कोर नक्सली राम बाबू राम उर्फ राजन जी रहने वाला है. राजन की गिरफ्तारी के बाद वह दोनों जिलों का काम संभाल रहा है.
पुलिस ने उसके साथ रत्नेश को भी गिरफ्तार किया है. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद ही एसटीएफ की दूसरी टीम विकास को गिरफ्तार करने हॉस्टल पहुंची थी. लेकिन विकास एसटीएफ की टीम को चकमा देकर फरार हो गया. इधर, एसटीएफ की टीम ने मोतिहारी पुलिस से संपर्क कर राम प्रवेश बैठा का आपराधिक व नक्सल घटनाओं में शामिल होने का पता कर रही है.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि राम प्रवेश बैठा मधुबन में हुए नक्सली घटना में शामिल रहा है. वह दो बार जेल भी जा चुका है. बताया जाता है कि 2002 में मोतीपुर के कोदरकट्टा में पुलिस मुठभेड़ के बाद वह पकड़ा गया था. वह शिवहर में पुलिस जीप उड़ाने के मामले में भी वांछित था. उसके खिलाफ दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज है. उसे अक्सर मोतीपुर के कोदरकट्टा व उसके आसपास के इलाका में देखा जाता था. पूछताछ के दौरान उसने कई राज उगले है, जिसके आधार पर छापेमारी की जा रही है. उसे गिद्धा मेले का आयोजक भी बताया जा रहा है.