पुराने 500 व 1000 के नोट पर बैन के बाद बकाया बिल चुकता करने को उमड़ी भीड़
शुक्रवार को पौने दो करोड़ एवं शनिवार को 70-75 लाख के बीच जमा हुई राशि
मुजफ्फरपुर : 500 व 1000 रुपये के पुराने नोट पर बैन क्या लगा कि शहर के लोगों ने सालों से बकाया अपना बिजली बिल को चुकता करना शुरू कर दिया है. प्रतिबंधित पुराने नोट को बिजली बिल के रूप में लेने के लिए एस्सेल के एलान के बाद बड़ी तेजी से शहर व ग्रामीण इलाके के लोग अपना बिजली बिल जमा करना शुरू कर दिया है. कई उपभोक्ताओं ने
तो बिजली बिल की राशि से अधिक राशि एस्सेल के पास बतौर बिजली बिल के रूप में जमा कर दिया हैं. मुजफ्फरपुर विद्युत वितरण कंपनी एस्सेल के कलेक्शन काउंटर पर दो दिनों में करीब ढाई करोड़ रुपये जमा हुआ है. वहीं नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को भी करीब दस लाख रुपये आये हैं. एस्सेल अधिकारियों के मुताबिक यह रिकॉर्ड तोड़ वसूली है. 11 नवंबर यानी शुक्रवार को सिर्फ एस्सेल के कलेक्शन काउंटर पर पौने दो करोड़ रुपये जमा हुए हैं.
वहीं शनिवार को 70-75 लाख रुपये के बीच जमा होने की अनुमान है. एस्सेल के कई काउंटर पर देर रात तक लोग लाइन में लग अपना बिजली बिल पुराने 500 व 1000 रुपये के नोट से जमा करते दिखे. पीआरओ राजेश कुमार चौधरी ने कहा कि शनिवार से ज्यादा भीड़
शुक्रवार को रही. नोट पर बैन के बाद दो दिनों में दस लाख रुपये से भी कम वसूली हुई थी, लेकिन पहचान पत्र के साथ पुराने नोट लेने की घोषणा होते ही काफी संख्या में उपभोक्ता अपना बकाया बिजली बिल जमा करना शुरू कर दिया है. अभी 14 नवंबर की रात आठ बजे तक पुराने नोट बिजली बिल के रूप में जमा हो सकेंगे.