मुजफ्फरपुर/मड़वन : करजा थाना क्षेत्र के बरौना गांव स्थित कोमल ब्रिक्स ईंट-भट्ठा के कार्यालय में सोमवार की रात नक्सलियों ने धावा बोल कर दो ट्रैक्टरों में आग लगी दी. नक्सली 25 से 30 की संख्या में हथियारों से लैस थे. बताया जाता है कि नक्सलियों ने लेवी नहीं देने के कारण कार्रवाई की है. हालांकि भट्ठा मालिक ने लेवी मांगने की बात से इनकार किया है. सूचना मिलने के बाद करजा थाना, डीएसपी सरैया संजय कुमार व एएसपी अभियान राणा ब्रजेश ने मौके पर पहुंच कर छानबीन की.
सोमवार रात दो बजे के आसपास हथियार बंद नक्सलियों ने धावा बोल कर ईंट-भट्ठे के कर्मियों को बंधक बना लिया. इसके बाद मालिक मणिभूषण कुमार मिलने पर वहां खड़े ट्रैक्टर में आग लगा दी. नक्सलियों ने माओवादी जिंदाबाद के नारे भी लगाये. करीब आधे घंटे तक नक्सली भट्ठे पर मौजूद रहे. जाते समय कागज पर स्केच से लिखा परचा भी छोड़ा, जिस पर मजदूरों का शोषण बंद करने के साथ 50 लाख रुपये लेवी की मांग की गयी थी. लेवी नहीं मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी.
देर रात ही सूचना पर करजा पुलिस, डीएसपी सरैया संजय कुमार व एएसपी अभियान पहुंच गये थे. एएसपी अभियान ने बारीकी से मौके का मुआयना किया. पुलिस टीम के साथ एंटी लैंड माइंस गाड़ी भी थी. पुलिस लाइन से श्वान दस्ते को भी बुलाया गया, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. करजा में पूर्व में भी कई बार नक्सली कार्रवाई को अंजाम दे चुके हैं.
जांच में यह भी बात सामने आयी है कि नक्सलियों ने मोतीपुर के कोदरकट्टा निवासी मणिभूषण कुमार से पूर्व भी पांच लाख लेवी की मांग की थी. लेवी नहीं देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी.उन्होंने आवेदन भी थाने में दे रखा है. वे छह-सात साल से चिमनी का व्यवसाय करते हैं. एएसपी अभियान का कहना है कि जांच से पता चलता है कि नक्सलियों के नये रंगरूट ने घटना को अंजाम दिया है. पूरे मामले की छानबीन की जा रही है. उन्होंने थानाध्यक्ष को रात्रि गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया.
बढ़ी नक्सलियों की सक्रियता
एक पखवाड़े के अंदर जिले में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ गयी है. लेवी नहीं देने पर शुक्रवार की रात सकरा थाना के रुपनपट्टी स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यालय में हमला बोल कर नक्सलियों ने 11 वाहनों में आग लगा दी थी. वही हथौड़ी थाना के नरमा गांव में मीनापुर विधायक दिनेश कुशवाहा पर हमले की सूचना पर हड़कंप मच गया था. उन्हें एक श्रद्ध कार्यक्रम में शामिल होना था. आनन-फानन में उन्हें नरमा आने से रोक दिया गया. हालांकि रविवार को पुलिस ने लेवी देने जा रहे औराई विधायक रामसूरत राय के मैनेजर रत्नेश व मंतोष को 35 हजार रुपये व परचे के साथ पकड़ लिया था. लेवी की रकम लेने पहुंचे दो नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़ने से बच गये.
पश्चिमी क्षेत्र में बढ़ी चौकसी
इन दिनों पश्चिमी क्षेत्र पारू, साहेबगंज, देवरिया, हथौड़ी, मीनापुर, सकरा क्षेत्र में नक्सली गतिविधि बढ़ने पर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है. एसटीएफ व एंटी लैंड माइंस वाहन से इन क्षेत्रों में गश्ती भी की जा रही है. छह दिन पूर्व देवरिया पुलिस के हत्थे विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह हत्याकांड में शामिल नक्सली नवल राम चढ़ा था. उसने स्वीकार किया था कि वह 2009 के देवरिया लैंड माइंस विस्फोट की घटना में भी शामिल था.