सरैया से एसटीएफ हटने के बाद बढ़ी नक्सली गतिविधि
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सरैया से एसटीएफ हटने के बाद बढ़ी नक्सली गतिविधि
सरैया से एसटीएफ हटने के बाद बढ़ी नक्सली गतिविधि मुजफ्फरपुर : सरैया से एसटीएफ दस्ता को हटाए जाने के बाद उस इलाके में नक्सली गतिविधि तेज हो गयी है. करीब एक दर्जन बैठकें हो चुकी है. सरैया के बसतपुर, बहिलवारा, चकमधुआ सहित करीब एक दर्जन गांवों में हाल के कुछ दिनों में नक्सलियों की बैठक […]
मुजफ्फरपुर : सरैया से एसटीएफ दस्ता को हटाए जाने के बाद उस इलाके में नक्सली गतिविधि तेज हो गयी है. करीब एक दर्जन बैठकें हो चुकी है. सरैया के बसतपुर, बहिलवारा, चकमधुआ सहित करीब एक दर्जन गांवों में हाल के कुछ दिनों में नक्सलियों की बैठक हुई. इस बैठक में जेल से छूटे सभी बड़े नक्सली एकजुट होकर योजना बनाने को लेकर एकत्र होते हैं. इस इलाके की जिम्मेदारी हार्डकोर नक्सली मुसाफिर सहनी को दिये जाने की बात बतायी जा रही है.
संगठन को विस्तार करने व लोगों को अपनी ओजस्वी बातों से प्रभावित करने में मुसाफिर सहनी को मास्टरमाइंड माना जाता है. मुसाफिर सहनी व जेल से छूटे अन्य नक्सलियों के सक्रिय होकर लगातार बैठकें किए जाने से खुफिया एजेंसियों की बेचैनी बढ़ गयी है. बताया तो यह भी जा रहा है कि मुसाफिर खुद साइकिल से मीटिंग में शामिल होने जाते हैं. वह अपना परिचय भी लाेगों को नहीं देते हैं लेकिन नक्सली
विचारधाराओं से लोगों को काफी प्रभावित करते हैं. बैठक में शामिल होने और फिर बैठक से निकलने के क्रम में वह साइकिल का ही प्रयोग करते हैं, जबकि मुसाफिर की सुरक्षा में आधा दर्जन से एक दर्जन तक बाइक सवार नक्सली लगे रहते हैं.
चार साल से सरैया हाइस्कूल परिसर में थी एसटीएफ : खासकर यह गतिविधि इसी साल अगस्त महीने में एसटीएफ के हट जाने के बाद और भी बढ़ गयी है. बताया जाता है कि एक बड़े राजनीतिज्ञ के इशारे पर सरैया से एसटीएफ दस्ता को हटाया गया था. करीब एक कंपनी एसटीएफ के जवान चार साल से अधिक समय से सरैया हाइस्कूल परिसर स्थित प्लस टू के नये भवन में रहते थे.
इसके कारण इलाके में शांति का माहौल था. हालांकि सरैया में नक्सलियों ने विधान पार्षद दिनेश सिंह के शुभम कंस्ट्रक्शन के बखरा स्थित बेस कैंप को जला दिया था. नया रोड में मोबाइल कंपनी के टॉवर को भी जलाया था. मुजफ्फरपुर-गोपालगंज एनएच 102 के निर्माण में लगी कंपनी जिया इंफ्रा के पोखरैया स्थित बेस कैंप पर दिनदहाड़े नक्सली पहुंच कर परचा छोड़ कर लेवी की मांग की थी. फिर भी अचानक चीता दस्ता को यहां से हटा दिए जाने के बाद से क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा हो रही है.
दूसरी ओर आम लोगों के साथ-साथ निर्माण कार्य में लगी कंपनियों के कर्मचारी काफी भयभीत रह रहे हैं. नक्सली सरैया के अलावा साहेबगंज व वैशाली इलाके में भी अपनी गतिविधि बढ़ा दिए है. उन इलाकों में भी बैठकों की दौर जारी है, जिससे आशंका जाहिर किया जा रहा है कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं.
नक्सलियों की बैठकों का दौर जारी
जेल से छूटे नक्सली होने लगे एकजुट
साइकिल से चलते हैं हार्डकोर नक्सली, बाइक से होती है सुरक्षा
शिवहर में नक्सलियों की बैठक!
शिवहर के डोरा टोला में भी नक्सलियों की बैठक होने की बात बतायी जा रही है. चर्चा तो यह भी है कि शिवहर में अपराधियों व नक्सलियों के सहयोग से मिनी गन फैक्टरी चलाया जा रहा है. इससे निर्मित हथियार नक्सली व अपराधी दोनों को उपलब्ध कराया जा रहा है. एसएसपी विवेक कुमार ने बताया कि इन कंपनियों का डेपुटेशन होता रहता है. मुख्यालय के आदेश पर दूसरी जगह भेज दिया गया है.
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