मुजफ्फरपुर : सरकारी व निजी स्कूलों की गतिविधि पर प्रशासन की पैनी नजर रहेगी. अनुशासन बनाये रखने की जिम्मेवारी प्रबंधन की होगी. प्रशासन इसमें पूरा सहयोग करेगा. शैक्षणिक माहौल को बेहतर करने के लिए अभिभावक का सहयोग भी जरूरी है. छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले को बक्शा नही जायेगा. डीएम धर्मेद्र सिंह ने केंद्रीय विधालय में हुई घटना को लेकर प्रशासन की ओर से उठाये जा रहे कदम की जानकारी देते हुए यह बातें कही. शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में डीएम ने छात्रों व उनके अभिभावक से शैक्षणिक माहौल को ठीक करने में सहयोग करने का अपील करते हुए कहा कि भ्रम फैलाने वालों से सावधान रहने की जरूरत है. मौके पर एसएसपी विवेक कुमार भी उपस्थित थे. छात्रों के कैरियर व रोजगार दिलाने के लिए जिले में चल रही योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि सिकंदरपुर स्थित जिला निबंधन व परामर्श केंद्र (डीअारसीसी ) में 12 वीं पास छात्रों को पढ़ाई के लिए बैंक लोन उपलब्ध कराने के स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया जा रहा है.
हालांकि आवेदन आने की गति अभी धीमा है. अब तक सिर्फ 35 आवेदन आये है. इसी तरह स्वंय रोजगार योजना के तहत छात्रों काे दो साल तक प्रति माह एक हजार राशि दिया जा रहा है. वैसे छात्र जो रोजगार के लिए किसी तरह का हुनर सीखने के इच्छुक है, उनकेे लिए तीन महीने के ट्रेनिंग की व्यवस्था की गयी है. प्रखंड स्तर पर कौशल विकास केंद्र खोलने की प्रिक्रया चल रही है. जल्द ही युवाओं को प्रखंड स्तर पर रोजगार के लिए ट्रेनिंग दिया जायेगा. छात्रों को आधार कार्ड उपलब्ध् कराने के लिए पंचायत स्तर पर हाई स्कूल में शिविर लगाया गया है. लोक शिकायत निवारण कानून की चर्चा करते हुए कहा कि इस नये कानून से मामले का निष्पादन नही, बल्कि निवारण किया जाना है. इसके लिए 60 दिन का समय सीमा तय है. इसके अलावा एक और महत्वपूण योजना पीडीएस (राशन – किरासन ) वितरण को दुरुस्त करने के लिए सख्त कार्रवाई चल रही है. योग्य लाभुक को समय पर राशन मिले, इसके लिए संबंधित पदाधिकारियों मुस्तैदी से काम करने के निर्देश दिये गये है.