मुजफ्फरपुर : तमाम कानून के बावजूद दहेज प्रताड़ना की शिकार आम महिलाएं ही नहीं, कानून की रक्षा कर रही महिलाएं भी हो रही हैं. महिला थाने में शुक्रवार को रेल सुरक्षा बल सोनपुर में उपनिरीक्षक के पद पर पदस्थापित अनुराधा कुमारी ने दहेज के लिए प्रताड़ित करने और इनकार करने पर दूधमुंही बच्ची को छीन घर से निकाल देने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. अनुराधा ने पुलिस से बच्ची दिलवाने का आग्रह किया है. महिला पुलिस मामले की जांच कर रही है.
डेढ़ वर्ष पहले हुई थी शादी
मनियारी थाना की अनुराधा कुमारी सोनपुर रेल मंडल में रेल सुरक्षा बल में उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं. पिछले तीन मई 2015 को उनकी शादी लखीसराय के रामचंद्रपुर निवासी मनोज कुमार से हुई थी. मनोज जहानाबाद केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक हैं. शादी के कुछ दिनों बाद जब वह गर्भवती हुई तो मनोज उसे अपने घर ले गया. वहां उसकी सौतेली सास साधना देवी ने दहेज में चार चक्का गाड़ी की मांग की. साधना देवी के साथ ननद बेबी, सुनीता और ननदोई भी उससे गाड़ी नहीं देने पर घर निकाल देने की धमकी देते थे. कुछ दिनों बाद लखीसराय में एक लेडी चिकित्सक के यहां उसने बच्ची को जन्म दिया. अस्पताल में देख-रेख के लिए अपने पिता और मां को बुला लिया. इससे आक्रोशित उसकी सास, ननद और ननदोई अस्पताल में ही उसके साथ मारपीट की और उसकी बच्ची को छीन कर ले गये. बच्ची मांगने पर जान से मरवा देने की धमकी दी.
मायके में भी मिली धमकी :उसने प्राथमिकी में कहा है कि बच्ची और पति को भूल जाने की बात कहते हुए उसके ननदोई मुकेश कुमार ने मोबाइल नंबर 7285846186 से धमकी दी कि अगर बेटी को पाने के लिए पुलिस या न्यायालय का सहारा लिया तो जान से हाथ धोना होगा.
उसने पुलिस को दिये बयान में यह जानकारी दिया कि उसका ननदोई मुकेश का सांठगांठ अपराधी गिरोह से है. अनुराधा ने पुलिस से प्राण रक्षा की गुहार लगायी है.