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घंटे भर में एक बाल्टी पानी!

बढ़ी समस्या. सप्लाई का पानी बढ़ा रहा शहर के लोगों की परेशानी पंप हाउस की नहीं बढ़ रही क्षमता, मोटर पर नहीं लग रहा लगाम सप्लाई के नल से घंटे भर में एक बाल्टी पानी. सुनने में ये भले अजीब लगे, ये शहर के कई मोहल्लों की सच्चाई है. यहां पानी का दबाव काफी कम […]

बढ़ी समस्या. सप्लाई का पानी बढ़ा रहा शहर के लोगों की परेशानी

पंप हाउस की नहीं बढ़ रही क्षमता, मोटर पर नहीं लग रहा लगाम
सप्लाई के नल से घंटे भर में एक बाल्टी पानी. सुनने में ये भले अजीब लगे, ये शहर के कई मोहल्लों की सच्चाई है. यहां पानी का दबाव काफी कम रहता है, िजससे लोग हलकान हो रहे हैं.
मुजफ्फरपुर : भाई साहब, पानी का कनेक्शन लेकर हमलोग पछता रहे है. सुबह में बाल्टी भरने में एक घंटे तक का समय लग जाता है. निगम के पानी पर निभर्र रहे तो पूरे दिन का रूटीन ही बिगड़ जायेगा. खाना नहीं बन पायेगा, बच्चे समय पर स्कूल नही जा पायेंगे. यह समस्या सिर्फ गर्मी के दिनों में ही नहीं, बल्कि हमेशा लगी रहती है. लेकिन निगम वाले कुछ सुनने को तैयार नहीं है. ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि शहर के विभिन्न इलाके में रहने वाले लोगों की पीड़ा है. वैसे तो शहर में दो दर्जन से अधिक ऐसे मुहल्ले हैं, जिनमें नल से कम पानी आने की समस्या है. लेकिन बानगी तौर हम ब्रह्मपुरा स्थित संजय सिनेमा के पीछे के मुहल्ला की बात कर रहे हैं.
वार्ड नंबर दो में आने वाले इस मुहल्ले के निवासी मनोज कुमार, ललन कुमार उर्फ प्रभात कुमार सिंह, डॉ अरुण कुमार तिवारी व दिवाकर कुमार ने कुछ दिन पहले ही पानी का कनेक्शन लिया है. लेकिन यह लोग सप्लाई वाटर की स्थिति से संतुष्ट नहीं हैं. ललन कुमार व मनोज कुमार बताते हैं कि नल से पानी निकालने में मशक्कत करनी पड़ती है. नल से पानी का पतली धार निकलने से पानी भरना मुश्किल होता है.
मेन लाइन से दूरी बढ़ने से फोर्स में कमी
खासकर जिन लोगों का घर मेन पाइप लाइन से दूर है, उनको एक बाल्टी पानी निकालने में 50-60 मिनट का समय लग जाता है. मुहल्ला के लोग बताते हैं कि यह वार्ड टैक्स देने में अव्वल है. इसके बावजूद पानी की समस्या बनी रहती है.कमोबेश यही स्थिति सार्वजनिक जगह पर लगे नलों की है. इसका अंदाजा में गली-मुहल्ला में हाथ में बाल्टी लेकर खड़े लोगों की लंबी कतार से लगाया जा सकता है. गर्मी के दिनों में तो सड़क किनारे लगे नलों पर पानी के लिए मारा-मारी व छीना-छपटी की स्थिति हो जाती है. इसका वजह नल में पानी के फोर्स का नही होना है. पानी का बहाव सही ढ़ंग से हो तो नल पर लंबी कतार नही लगेगी.
पंप हाउस की नहीं बढ़ रही क्षमता, मोटर पर नहीं लग रहा लगाम
इन इलाके में ज्यादा परेशानी
नल में पानी के बहाव की समस्या तो वैसे कमो बेश हर मुहल्ला में है. लेकिन ब्रह्मपुरा, माड़ीपुर, मदरसा रोड, चक्कर रोड, चित्रगुप्त पुरी, डेरा गांव, योगिया मठ, बैंक रोड, स्टेशन रोड, तीन कोठिया, चंदवारा, बांके साह रोड, राहुल नगर, खबरा रोड, गन्नीपुर, शिवपुरी, पुरानी गुदड़ी, शुक्ला रोड, चर्तुभुज स्थान, इमलीचट्टी, करबला रोड, अरतदह, पोखरिया पीर, सोडा गोदाम रोड, चकबासु, महराजी पोखर, बालू घाट व सिकंदरपुर में लोग पानी के समस्या जूझते है.
इन इलाके में ज्यादा परेशानी
नल में पानी के बहाव की समस्या तो वैसे कमो बेश हर मुहल्ला में है. लेकिन ब्रह्मपुरा, माड़ीपुर, मदरसा रोड, चक्कर रोड, चित्रगुप्त पुरी, डेरा गांव, योगिया मठ, बैंक रोड, स्टेशन रोड, तीन कोठिया, चंदवारा, बांके साह रोड, राहुल नगर, खबरा रोड, गन्नीपुर, शिवपुरी, पुरानी गुदड़ी, शुक्ला रोड, चर्तुभुज स्थान, इमलीचट्टी, करबला रोड, अरतदह, पोखरिया पीर, सोडा गोदाम रोड, चकबासु, महराजी पोखर, बालू घाट व सिकंदरपुर में लोग पानी के समस्या जूझते है.
कनेक्शन लेने में 10-15 हजार खर्च
पानी कनेक्श्न लेने में मेन पाइप लाइन की दूरी व सड़क के हिसाब से लागत आता है. मेन पाइप से दूरी अधिक होने पर लेबर खर्च बढ़ जाता है. अपना पाइप बिछाना पड़ता है. नक्शा बनाने से लेकर अन्य शुल्क के तौर पर निगम 2500-5000 हजार राशि जमा कराती है. इसके अलावा मेन लाइन से घर तक कनेक्शन के लिए पाइप खरीदनी होती है. निजी मिस्त्री से फिटिंग कराना होता है. यह सभी खर्च 10-15 हजार तक होता है.
कुछ जगहों पर मेन पाइप लाइन से कनेक्शन की दूरी होने के कारण भी फोर्स में कमी होती है. मुख्यमंत्री के सात निश्चय के तहत शहर के छूटे हुए गलियों में पाइप लाइन बिछाने का काम जारी है. यह कार्य तेजी से हो रहा है, लोगाें को बहुत जल्द इससे राहत मिलेगी.
ई केके सिंह, अभियंता, जलकार्य शाखा
आबादी के हिसाब से होनी चाहिए व्यवस्था
शहर की अाबादी बढ़ने के साथ पानी कनेक्शन की संख्या भी तेजी से बढ़ी है. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना हर घर जल नल योजना के तहत पानी के कनेक्शन दिये जा रहे हैं, लेकिन पंप हाउस की संख्या व क्षमता बढ़ाने की कार्य योजना नहीं बन रही है. फिलहाल शहर में 23 पंप हाउस से 49 वार्ड के करीब 20 हजार घरों में कनेक्शन दिया गया है, लेकिन पंप हाउस की क्षमता को नहीं बढ़ाया गया है. पंप हाउस में 30 से 50 एचपी का का मोटर लगा हुआ है.
बढ़ते कनेक्शन को देखते हुए शहर में पंप हाउस की संख्या व क्षमता बढ़ाने की जरूरत है. इसके साथ शहर के बंद पड़े जल मिनारों को भी चालू करना होगा. साथ ही पानी पाइप लाइन में लगे निजी मोटरों को हटवाना होगा. मेन लाइन में लगे मोटर के तेजी से पानी खींचने के कारण उसके आस-पास में पानी फोर्स कम जाता है.

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