12 मई को 20 हजार लेते पकड़े गये थे जमादार अबू ओबैद
Advertisement
चार माह में दूसरी बार रिश्वत लेते पकड़े गये पुलिस पदाधिकारी
12 मई को 20 हजार लेते पकड़े गये थे जमादार अबू ओबैद मुजफ्फरपुर : केस में पैरवी के लिए थाने पर पहुंचनेवाले लोगों को भयादोहन करने का सिलसिला लगातार जारी है. इस मामले में रंगेहाथ गिरफ्तारी होने के बाद भी पुलिस पदाधिकारियों के कार्यशैली में काेई तब्दीली नहीं आ रही है. चार माह पहले भी […]
मुजफ्फरपुर : केस में पैरवी के लिए थाने पर पहुंचनेवाले लोगों को भयादोहन करने का सिलसिला लगातार जारी है. इस मामले में रंगेहाथ गिरफ्तारी होने के बाद भी पुलिस पदाधिकारियों के कार्यशैली में काेई तब्दीली नहीं आ रही है. चार माह पहले भी काजीमुहम्मदपुर थाने के ही जमादार अबू ओबैद को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने बीस हजार घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था. लेिकन अबू की गिरफ्तारी से पुलिस पदाधिकारियों ने सबक नहीं ली.
12 मई को पकड़ा गया था अबू ओबैद : काजीमुहम्मदपुर थाने में पदस्थापित जमादार अबू ओबैद को चार माह पहले ही 12 मई को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (पटना) की टीम ने 20 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ अघोरिया बाजार स्थित बाबा कंप्यूटर में घर दबोचा था. अबू वह मनियारी थाना के रतनौली निवासी विकास कुमार से कांड संख्या 483/14 में आरोपी के विरुद्ध केस डायरी को मजबूत करने के लिए 20 हजार रुपया रिश्वत की मांग की थी. पीड़ित विकास कुमार ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पटना स्थित कार्यालय में 10 मई को लिखित शिकायत किया था. शिकायत के बाद डीएसपी मुन्ना प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम सत्यापन के लिये बनायी गयी थी. सत्यापन करने के बाद टीम पटना लौट गयी. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 12 मई को विकास के अघोरिया बाजार स्थित कंप्यूटर की दुकान पर जमादार अबू रिश्वत की राशि लेने पहुंचा था. विजिलेंस टीम में शामिल सदस्यों ने रिश्वत के बीस हजार लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था. डीएसपी के साथ टीम में इंस्पेक्टर अमरनाथ सिंह, विनोद पांडे और मो इबरार इहमद थे.
केस डायरी मजबूत करने को मांगे थे रिश्वत :
20 दिसंबर 2014 को रामदयालु बस स्टैंड के समीप विकास पर गोली चली थी. विकास के पैर में गोली लगी थी. इस मामले में विकास में काजी मोहम्मदपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें मनियारी के अरविंद कुमार, चैनपुर बंगरा के मो फिरोज, मुकसूदपुर के मुकेश कुमार सिंह और एक अज्ञात को नामजद किया था. इस केस का अनुसंधान एएसआइ अबू औवेद कर रहे थे. केस की डायरी मजबूत करने के लिए वे विकास पर लगातार बीस हजार रिश्वत देने का दबाव दे रहे थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement