शाम आठ बजे तक रामदयालु नगर भिखनपुरा ग्रिड को 40 मेगावाट विद्युत सप्लाई की जा रही थी. इसी तरह एसकेएमसीएच को 30-35 मेगावाट तक बिजली दी गयी. इस कारण लोगों को विश्वकर्मा पूजा से ठीक एक दिन पहले बिजली की किल्लत झेलनी पड़ी. बिजली नहीं मिलने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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काेयले के इंतजार में थर्मलकर्मी
मुजफ्फरपुर: कोयला के अभाव में मुजफ्फरपुर थर्मल पावर स्टेशन का ठप यूनिट शुक्रवार को 24 घंटे बाद भी चालू नहीं हो सका. इस कारण मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के वैशाली, सीतामढ़ी व शिवहर जिले में विद्युत आपूर्ति काफी खराब हो गयी है. गुरुवार को तो मुजफ्फरपुर जिले को 90 मेगावाट बिजली का आवंटन हुआ था, […]
मुजफ्फरपुर: कोयला के अभाव में मुजफ्फरपुर थर्मल पावर स्टेशन का ठप यूनिट शुक्रवार को 24 घंटे बाद भी चालू नहीं हो सका. इस कारण मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के वैशाली, सीतामढ़ी व शिवहर जिले में विद्युत आपूर्ति काफी खराब हो गयी है. गुरुवार को तो मुजफ्फरपुर जिले को 90 मेगावाट बिजली का आवंटन हुआ था, लेकिन शुक्रवार की शाम इसमें कटौती कर दी गयी. यानी जिले के दोनों ग्रिड को मिलाकर मात्र 70-75 मेगावाट ही बिजली मिली.
18 को कैंप लगा विद्युत के विजिलेंस केसों का होगा निबटारा बिजली चोरी से संबंधित विजिलेंस केस के निबटारा के लिए एस्सेल विद्युत वितरण कंपनी 18 सितंबर को कैंप लगायेगा. कैंप माड़ीपुर स्थित ऑफिस में लगाया जायेगा.
इसमें विजिलेंस से संबंधित केस का निबटारा कर जुर्माने की राशि एक मुश्त जमा करने पर छूट दी जायेगी. यह जानकारी पीआरओ राजेश चौधरी ने दी है. इधर, शुक्रवार को बोचहां व गायघाट में विजिलेंस टीम ने जगह-जगह छापेमारी कर बिजली चोरी पकड़ी है. इसके बाद उपभोक्ताओं के खिलाफ जुर्माना कर राशि जमा करने का निर्देश दिया गया है.
रात में गरमी व सुबह में पानी के लिए हाहाकार
अचानक आवंटन में हुई कटौती से गुरुवार की रात भर शहरवासी गरमी से परेशान रहे. बिजली रोटेशन पर दो-दो घंटे काट कर सप्लाई की जा रही थी. वहीं शुक्रवार की सुबह पानी के लिए शहर में हाहाकार मच गया. बिजली नहीं रहने एवं लो वोल्टेज होने से जहां घर में लगा मोटर चलना मुश्किल रहा, वहीं निगम के अधिकांश पंप कम वोल्टेज के कारण पानी नहीं खींच पाये. इससे चंदवारा, माड़ीपुर, सादपुरा, मिठनपुरा, सिकंदरपुर के कुछ एरिया आदि में पानी की सबसे ज्यादा परेशानी दिखी. इन इलाके के अधिकांश लोग निगम के सप्लाई के पानी पर ही आश्रित हैं.
ग्रिड को पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है. इसलिए शहर के लोगों को बिजली की किल्लत से गुजरना पड़ रहा है. जैसे ही ग्रिड को पर्याप्त बिजली की सप्लाई होगी, अपने-आप स्थिति सुधार जायेगी. एस्सेल के आपूर्ति सिस्टम में कोई गड़बड़ी नहीं है.
राजेश कुमार चौधरी
पीआरओ, एस्सेल
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