मुजफ्फरपुर : शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंद कैदियों को सुनवाई के लिए अलग-अलग कोर्ट समय पर पहुंचाने के लिए दो बड़े वाहनों की जरूरत है. कारा अधीक्षक सत्येंद्र कुमार ने इस संबंध में एसएसपी विवेक कुमार को पत्र लिखा है. वाहन के साथ कैदियों को कोर्ट तक पहुंचाने के लिए सशस्त्र बल भी मुहैया कराने को कहा है.
कारा अधीक्षक के अनुसार, केंद्रीय कारा से प्रतिदिन 150 से 200 बंदियों को विभिन्न स्थानीय कोर्ट में पेश किया जाता है. इसके लिए फिलहाल एक बड़ी व एक छोटी गाड़ी है, जिसमें क्रमश: 50 व 20 कैदी बैठ सकते हैं. ऐसे में गाड़ियों को प्रतिदिन जेल से कोर्ट तक दो-तीन चक्कर लगाना पड़ता है. इससे कैदियों को समय पर कोर्ट पहुंचाने में देरी होती है. उन्होंने बताया कि बड़ी गाड़ी पुरानी होने के कारण बारबार खराब होती है. बीते 30 अगस्त को भी वह खराब हो गयी थी. इसके कारण वह दोपहर साढ़े बारह बजे कारा पहुंची.