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डॉक्टर साहब, दो सौ मरीज हैं, अब तो आइए

मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच का हड्डी विभाग. सुबह के 11:30 बजे हैं. ओपीडी का समय 9:00 बजे हैं. ढाई घंटे से मरीज कतार में हैं. लगभग 200 मरीज इस इंतजार में लंबी कतार में हैं कि कब डॉक्टर साहब आयेंगे और उन्हें देखना शुरू करेंगे. गेट पर खड़े गार्ड से किसी ने पूछा कब आयेंगे डॉक्टर साहब. […]

मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच का हड्डी विभाग. सुबह के 11:30 बजे हैं. ओपीडी का समय 9:00 बजे हैं. ढाई घंटे से मरीज कतार में हैं. लगभग 200 मरीज इस इंतजार में लंबी कतार में हैं कि कब डॉक्टर साहब आयेंगे और उन्हें देखना शुरू करेंगे. गेट पर खड़े गार्ड से किसी ने पूछा कब आयेंगे डॉक्टर साहब. जवाब मिलता है. गार्ड कहता है-डॉक्टर साहब कहते हैं, जब मरीजों की संख्या 10 हो जाये, तो देखना शुरू करेंगे. जैसे-जैसे समय बीतता है, मरीज आक्रोशित हो जाते हैं. डॉक्टर को बुलाने के लिए कहते हैं. मरीजों का हंगामा बढ़ने पर इसकी सूचना अधीक्षक को दी जाती है.
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही ने विभाग के दूसरे चिकित्सक को मरीज देखने के लिए भेजते हैं. तब जाकर आक्रोशित लोग शांत होते हैं.
बिना सूचना दिये गायब थे चिकित्सक
शुक्रवार को विभाग में डॉ पवन की ओपीडी में ड्यूटी थी. लेकिन वे किसी कार्य से अवकाश पर चले गये थे. अवकाश खत्म होने के बाद भी वे अस्पताल नहीं आये. इसकी सूचना किसी को दी भी नहीं. रोस्टर के हिसाब में शुक्रवार को उनकी ड्यूटी निर्धारित कर दी गयी थी. मरीजों की लंबी लाइन के बावजूद ओपीडी में कोई डॉक्टर नहीं था.
हड्डी विभाग के दो यूनिट में है 10 चिकित्सक : अस्पताल के हड्डी विभाग में डॉ नागेंद्र व डॉ राजीव आनंद के दो यूनिट चलते हैं. दोनों में दस चिकित्सक जेआर व एसआर मिला कर है. रूटीन के तहत दोनों के चिकित्सक की ड्यूटी ओपीडी में लगी है. इनके सहयोग में कॉलेज के इंटर्न व एमबीबीएस छात्र रहते हैं. वहीं रोजाना अस्पताल में 300 के करीब मरीज हड्डी विभाग के ओपीडी में आते हैं.
इधर एक्सरे विभाग भी बदहाल : इधर एक्सरे विभाग में भी कुछ नहीं था. हाथों में एक्सरे की प्लेट लेकर खुद मरीज कतार में लगकर सूख रहे थे. उपाधीक्षक सुनील शाही ने बताया कि तकनीशियन की कमी है. इसलिए उनका सहयोग लेना पड़ता है.
डॉक्टरों की ड्यूटी पर रहेगी सरकार की नजर : सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की मॉनीटरिंग अब राज्य सरकार करेगी. पटना से ही जिले के सदर सहित विभिन्न पीएचसी अस्पतालों में डाॅक्टरों के ड्यूटी पर नजर रखी जायेगी. विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर सीएस डॉ ललिता सिंह ने सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी ओपीडी व इमरजेंसी में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया है.
इसके लिए सभी पीएचसी को एक-एक लाख रुपया दिया जायेगा. जानकारी हो कि इससे पूर्व भी अोपीडी में ड्यूटी को लेकर प्रधान सचिव ने सख्ती जतायी थी. सभी डॉक्टरों अटेंडेंस रजिस्टर स्कैन कर पटना भेजा जा रहा था.

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