पदस्थापन के बाद से ही अपने कार्यप्रणाली को लेकर सुर्खियों में रहनेवाली करजा थानाध्यक्ष कुमकुम कुमारी का स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है. थानाध्यक्ष कुमकुम पर कार्य में लापरवाही, पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार, स्थानीय आमजनों के साथ जातिसूचक व धर्मसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज का आरोप लगाया गया है.
इन पर स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रखंड मुख्यालय में झंडोत्तोलन के समय अनुपस्थित रहने और इस बात की शिकायत करने के बाद प्रखंड मुख्यालय पहुंच सीओ, बीडीओ सहित प्रमुख कार्यालय का निरीक्षण करने का भी गंभीर आरोप लगाया गया है. निरीक्षण के दौरान प्रखंड व अंचल के कर्मचारियों को गाली-गलौज करते हुए प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज देने की धमकी देने की बात भी सामने आयी है. थानाध्यक्ष के इस कार्यशैली से क्षुब्ध जनप्रतिनिधियों ने पिछले पंचायत समिति के बैठक में सर्वसम्मति से इनके स्थानांतरण का भी निर्णय ले लिया था .