मुजफ्फरपुर/केसरिया: चिमनी संचालक अमरेंद्र सिंह से दो लाख लेवी की राशि लेने के क्रम में गिरफ्तार चारों माओवादियों ने पुलिस को पूछताछ के क्रम में कई अहम जानकारी दी है.
जिसके आधार पर चकिया के डीएसपी मुद्रिका प्रसाद के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस टीम द्वारा बुधवार को साहेबगंज समेत मुजफ्फरपुर जिले के कई थाना क्षेत्रों में सघन छापेमारी की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों हुयी माओवादी चंदन जी की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए माओवादियों ने अगले सप्ताह दियारा क्षेत्र में बैठक करने की योजना है.
केसरिया थाना क्षेत्र के सतरघाट स्थित पुल निर्माण कंपनी वशिष्ठ कंस्ट्रक्शन के बेस कैंप पर हमले की योजना भी शामिल थी. माओवादियों ने पुलिस प्रशासन को चुनौती देने के लिए केसरिया, कल्याणपुर, डुमरियाघाट एवं साहेबगंज थाना क्षेत्र के करीब दस व्यवसायी, चिमनी संचालकों एवं चिकित्सकों से लेवी वसूलने की भी योजना बनायी थी ,लेकिन इन घटनाओं को अंजाम देने से पहले उनके साथी पकड़े गये, उनकी योजनाओं का खुलासा हो गया. पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर माओवादी हमले का खुलासा होने के बाद कैंप की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है. डीएसपी मु¨द्रका प्रसाद ने बताया कि बेस कैंप पर नये वाच टावर बनाये गये है.
पुलिस लगातार इलाके में गश्त लगा रही है. यहां बता दें कि चिमनी व्यवसायी से लेवी वसूलने के दौरान केसरिया बौद्ध स्तूप से दशरथ राम व राजेश राम को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उनकी निशानदेही पर साहेबगंज के रजवाड़ा गांव में छापेमारी कर योगेंद्र साह व सूरज महतो को पुलिस ने पकड़ा था.