अनिल कुमार राम के नाम से डीएम व एसएसपी को दिया गया था आवेदन
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फंसाने के लिए इंजीनियर को बनाया भू माफिया
अनिल कुमार राम के नाम से डीएम व एसएसपी को दिया गया था आवेदन मुजफ्फरपुर : आपसी विवाद में लोगों से बदला लेने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. कभी किसी पर झूठे मुकदमे दर्ज करा तो कभी फेंक नाम से गंभीर आरोप लगाकर परेशान करने का प्रयास किया जा रहा है. […]
मुजफ्फरपुर : आपसी विवाद में लोगों से बदला लेने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. कभी किसी पर झूठे मुकदमे दर्ज करा तो कभी फेंक नाम से गंभीर आरोप लगाकर परेशान करने का प्रयास किया जा रहा है. पुलिसिया जांच में ऐसे ही एक मामला का परदाफाश हुआ है. जांच करनेवाले पुलिस पदाधिकारी भी इस फेंक नाम से दिये गये आवेदन की जांच में दो माह तक परेशान रहे. अंत में पूरा मामला ही फरजी निकला.
डीएम व एसएसपी विवेक कुमार के जनता दरबार में पटना के अनिल कुमार राम ने माड़ीपुर के मो फिरोज नाम के एक व्यक्ति को भूमाफिया बताते हुए जमीन के नाम पर तीन लाख की ठगी व बकाया मांगने पर जान से मारने की धमकी दिये जाने संबंधी एक आवेदन दिया था. एसएसपी अनिल कुमार राम के शिकायती आवेदन के जांच का निर्देश काजीमुहम्मदपुर पुलिस को दिया था. थानाध्यक्ष जांच की जिम्मेवारी पुलिस अवर निरीक्षक रामविजय सिंह को दिया था.
आवेदन पर आवेदक का नाम अनिल कुमार राम व घर पटना के आगमकुआं थाना अंतर्गत बहादुरपुर कॉलाेनी व मोबाइल नंबर 9507418578 अंकित था. आवेदक ने माड़ीपुर पीडब्ल्यू रोड निवासी फिरोज पर जमीन पर मनोज कुमार व लालबाबु राय के जमीन के नाम पर तीन लाख रुपये लेने और जमीन रजिस्ट्री नहीं करने का आरोप लगाया था. उसने फिरोज पर यह भी आरोप लगाया था कि निर्धारित समय पर जमीन रजिस्ट्री नहीं होने पर जब उसने रुपये की मांग की तो उसे हत्या करवा देने की धमकी दी गयी.
फंसाने के लिये दिया था आवेदन
पुलिस अवर निरीक्षक रामविजय सिंह ने जब इस शिकायती आवेदन की जांच शुरू की तो वे उलझते चले गये. जांच के क्रम में उन्हें यह पता चला कि माड़ीपुर पीडब्ल्यूडी रोड निवासी फिरोज जमीन कारोबारी नहीं बल्कि इंजीनियर हैं. नौ माह पहले 30 नवंबर 2015 को वे सरकारी सेवा से रिटायर्ड होकर अपने घर वापस आये थे. उन्होंने कभी जमीन का कारोबार किया ही नहीं. जानकारी के बाद जांच अधिकारी रामविजय सिंह आवेदक से संपर्क करना चाहा, लेकिन पता फरजी निकला. पटना के अगमकुआं थाना स्थित बहादुरपुर कॉलाेनी में अनिल राम, पिता राजेंद्र राम के नाम के किसी व्यक्ति का सत्यापन नहीं हो सका.
अंत में आवेदन पर दिये उसके मोबाइल नंबर 9507418578 से उसका लोकेशन लेने की कोशिश की गयी . जांच पदाधिकारी उस समय सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित हुए जब उन्हें यह पता चला कि उक्त नंबर अनिल का नहीं होकर भाेजपुर जिला स्थित कोइलवर प्रखंड के सांख्यिकी पदाधिकारी छचिंद्र कुमार सिन्हा का निकला.
वे विगत एक वर्ष से वे इस आइडिया कंपनी के इस नंबर 9507418578 का इस्तेमाल कर रहें थे, जबकि आवेदक अनिल कुमार राम ने माे फिरोज पर मात्र तीन माह पहले जून में इस नंबर से धमकी देने का आरोप लगाया था. बार-बार फोन कर नंबर के सत्यापन कर रहें जांच पदाधिकारी को सांख्यिकी पदाधिकारी की झिड़की भी सुननी पड़ी.
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