मुजफ्फरपुर : जांच अधिकारियों ने कुछ पूछताछ नहीं की. गुरुवार को हमारे घर आये, गाड़ी से उतरे व सादा कागज देकर कहा कि इस पर अंगूठा लगाओ. जच्चा-बच्चा की मौत का मुआवजा मिलेगा. यह आरोप गुरुवार को सदर अस्पताल में प्रसव के बाद दम तोड़ने वाली गुड़िया के पति राजन ने लगाया है. परिजनों के साथ बड़ी संख्या में गांव के लोगों के साथ पहुंचे राजन ने बेटे व पत्नी की मौत की जांच के लिए समाहरणालय पर धरना दिया.
भावुक राजन ने कहा कि वह पत्नी को लेकर 17 अगस्त की रात 11 बजे अस्पताल पहुंच गया था, लेकिन एएनएम ने उसे देखा तक नहीं. पत्नी रात भर दर्द से तड़पती रही. ममता व आशा उसे प्रसव कराने में लगी रहीं. जब जच्चा व बच्चा की हालत बिगड़ गयी, तब डॉक्टर आये. तब तक दाेनों की मौत हो चुकी थी. उसके बाद आनन-फानन में कार्डियो रेस्पिरेटरी फेल्योर का कारण बता डेथ सर्टिफिकेट बना दिया गया व उसे शव के साथ एंबुलेंस में बैठा कर घर भेज दिया. राजन ने कहा कि जच्चा-बच्चा की मौत होने के बाद भी उससे 300 रुपये की मांग की गयी.