मुजफ्फरपुर. शहीद खुदीराम बोस के शहादत दिवस पर बंगाल के लोग केंद्रीय कारा आएं, इसके लिए पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से कोई पहल नहीं किया जाता है. पहले जहां पचास से अधिक लोग शहादत दिवस पर बंगाल से आते थे, वहीं आज दो-चार लोग में सिमट गया है. ये बातें खुदीराम बोस के शहादत दिवस के अवसर पर बंगाल के मिदनापुर से आये प्रकाश हलधर ने केंद्रीय कारा में कहीं. प्रकाश ने कहा कि वह 1995 से यहां आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार को पत्र लिखकर शहादत दिवस पर बंगाल से किसी मंत्री को भेजने की बात कही थी, लेकिन सरकार ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया. 2011 में उसने बंगाल सरकार को एक बार फिर पत्र लिखकर उनकी शहादत दिवस बंगाल में धूमधाम से मनाने की बात कही थी, लेकिन कोई पहल नहीं की गयी. खुदीराम बोस के फांसी के सौ साल पूरे होने पर बंगाल में अंतिम बार धूमधाम से शहादत दिवस मनाया गया था. इसके बाद से कुछ भी नहीं हो रहा है.
जेल में हुआ पौधरोपण. शहादत दिवस पर जेल परिसर में पौधरोपण किया गया. जेल परिसर में पांच पौधे लगाये गये. डीआइजी असगर इमाम, जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार, एसएसपी विवेक कुमार और सिटी एसपी आनंद कुमार ने पौधरोपण किया. जेल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि शहादत दिवस पर इस पौधे को लगाया गया है.