मुजफ्फरपुर: भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सरकार के कड़े तेवर को देखते हुए सालों से दबी फाइलें सामने आने लगी हैं. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 14 महीने पूर्व चार पंचायत सचिवों पर अभियोजन चलाने के लिए तत्कालीन डीएम के आदेश पर अब अमल किया जा रहा है. इनमें सुशील कुमार, संजय कुमार, राम विनय तिवारी (तत्कालीन पंचायत सचिव छपरा मेघ, मुशहरी) शामिल हैं. इन पर निगरानी कांड संख्या 071/2008 में मामला दर्ज कराया गया था. एसपी निगरानी पटना ने इन पर अभियोजन चलाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी.
इसके अलावा औराई के भरथुआ पंचायत के तत्कालीन पंचायत सचिव रघुवर राय, कटरा के रामशंकर साह, कुढ़नी के पंचायत सेवक चंद्र प्रकाश सिंह, औराई के पंचायत सेवक रामबालक साह, रामनंदन भंडारी व कुढ़नी के दिलीप कुमार पर भी अभियोजन चलाने की अनुमति दी गयी है. इन पर निगरानी कांडसंख्या 007/1996 में मामला दर्ज कराया गया था.
अभियोजन चलाने के लिए डीएम की ओर से जारी आदेश में बताया गया कि इनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं. इन पर अभियोजन चलाया जा सकता है.
पंचायत सचिव पर चलेगा अभियोजन : डीएम अनुपम कुमार ने गबन के मामले के आरोपित गायघाट प्रखंड के शिवदाहां के पंचायत सचिव रामबाबू सिंह के खिलाफ अभियोजन चलाने की स्वीकृति दे दी है. इन पर डीजल अनुदान के दो लाख 39 हजार राशि गबन का आरोप है.
गायघाट बीडीओ ने पंचायत सचिव पर गबन की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. वरीय पुलिस अधीक्षक ने अभियोजन चलाने के लिए डीएम से अनुशंसा की थी. प्रखंड विकास पदाधिकारी कटरा के यजुआर मध्य, नगवारा व तीवारा पंचायत के प्रभार में रहे पंचायत सचिव इंद्रजीत सिंह पर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है. इन पर एससी एसटी वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति की एक लाख 37 हजार राशि वितरण नहीं करने का आरोप है.