जिद्द . सुबह 6. 30 से शाम 7.30 बजे तक एक चादर के सहारे रहा ग्रिड पर
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टावर पर चढ़ा शख्स दिन भर सबको छकाया, देखने को उमड़ी भीड़
जिद्द . सुबह 6. 30 से शाम 7.30 बजे तक एक चादर के सहारे रहा ग्रिड पर एक सिरफिरा 1.32 लाख केवीए के बिजली पोल पर चढ़ गया. यह खेल सुबह 6.30 से शाम 7.30 बजे तक चला. इस दौरान लोगों का हुजूम लग गया. उन्होंने काफी प्रयास किया कि वह उतर जाये, लेकिन नहीं […]
एक सिरफिरा 1.32 लाख केवीए के बिजली पोल पर चढ़ गया. यह खेल सुबह 6.30 से शाम 7.30 बजे तक चला. इस दौरान लोगों का हुजूम लग गया. उन्होंने काफी प्रयास किया कि वह उतर जाये, लेकिन नहीं उतरा तो, इसकी सूचना डीएम व एसएसपी को दी. इसके बाद देर शाम 7.30 वह उतरा.
कुढ़नी : तुर्की ओपी क्षेत्र के दरियापुर कफेन में 1.32 लाख केवीए के बिजली पोल पर चढ़ा शख्स पहले दिन भर सबको छकाया. इसके बाद जब तकनीशियन ने नीचे से नेट लगाकर उसका करना शुरू किया तो वह खुद पावर ग्रिड के स्विच यार्ड में जाकर खुद नीचे उतर गया. वह ऐसे चल रहा था, जैसे कोई माहिर खतरे का खिलाड़ी है. एक पोटली के सहारे दो सौ फुट ऊंचाई पर करीब दो मीटर की दूरी तक स्विच यार्ड में उतरते ही सब अधिकारियों के सामने हाथ जोड़ने लगा.
इस दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. नीचे उतरने पर बताया कि उसके अब जीना नहीं चाहता है. उसके परिवार के लोग उसे प्रताड़ित करता है. इसके कुछ ही देर बाद पुलिस उसे अज्ञात स्थान पर ले गई. काफी देर तक पूछताछ की. फिर पश्चिमी डीएसपी पूछताछ करने के लिए उसे शहर लेकर चले गये. पुलिस का कहना है कि दो जुलाई को भी इसी पोल पर चढ़ गया था. पावर ग्रिड के कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद शख्स को उतारा था. तीन घंटा वह पोल के कुछ दूरी पर चढ़ा रहा. इसके बाद उतर कर नीचे उतार हिदायत देकर छोड़ दिया.
बड़ा जाल मंगवाया, ताकि वह बच सके. स्थानीय लोगों के मुताबिक, सुबह छह बजे वह पोल पर चढ़ा था. इसकी जानकारी मिलते ही डीएम धर्मेंद्र सिंह, एसएसपी विवेक कुमार, डीसीसी अरविंद कुमार वर्मा, डीएसपी पश्चिमी अजय कुमार, बीडीओ संजीव कुमार, कुढ़नी थानाध्यक्ष रमण कुमार, तुर्की ओपी प्रभारी मनोज चौधरी व फकुली ओपी प्रभारी अमान अशरफ मौके पर पहुंचकर समझाने का प्रयास किया. सभी अधिकारी उसके नीचे सुरक्षित आने तक मौके पर मौजूद रहे. तार के सहारे पार करते देख शाम में पावर ग्रिड के अधिकारियों ने बड़ा सा जाल मंगवाया. ताकि गिरे तो वह जाल में ही गिरे. उसकी जान किसी तरह बताया जा सके. तकनीकी तौर पर पूरे मामले का नेतृत्व पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के उप महाप्रबंधक एम खान कर रहे थे.
पोटली खोली तो निकला गंदा कपड़ा व बोतल
कुढ़नी. पोल पर चढ़ने वाला शख्स के पास एक पोटली कौतूहल का विषय बना रहा है. जिसे वह खतरे की स्थिति में भी नहीं छोड़ा. लेकिन जब पुलिस ने उसकी पोटली खोली तो उसमें से पानी का बोतल, गंदा कपड़ा, बिस्कुट की पन्नी व एक चादर मिला. ऊपर चढ़ने के बाद इसी चादर को दो छोर पर बांध कर छिप जाता था. और इसी में मौका पाकर आराम भी कर लेता था. इसमें वह अपने आपको सुरक्षित महसूस करता था.
ऐसी हरकत तो कोई सर्कस वाला ही करेगा
मौके पर मौजूद कुछ लोगों का कहना था कि ऐसा काम सर्कस वाला ही कर सकता है. लगता है यह प्रशिक्षण लेकर ऐसा कर रहा है. लोगों की यह भी आशंका थी कि वह आतंकवादी है. क्योंकि उसके पास पोटली है. और बिना सेफ्टी बेल्ट के सहारे तार पर आसानी से चल रहा था. पोल के एक छोर से दूसरे छोर पर जा रहा था. किसी भी हाल में आम आदमी ऐसा नहीं कर सकता है.
एनएच के ऊपर से पार काफी सावधानी से ग्रिड के स्विच यार्ड में उतर गया. उसे उतारने का काम दिन के तीन शुरू किया गया. 6.30 बजे अधिकारियों की मौजूदगी में उतरा. उतरते ही हाथ जोड़ लिया. रेलवे ट्रैक व एनएच के बीच में करीब दस हजार लोग इस हरकत को देखते रहे.
कांवरियों ने भोले बाबा से कहा, इसे सुरक्षित उतार देना. दूसरी सोमवारी पर जल चढ़ाने वाले कांवरियों का तांता इस मार्ग पर लगा रहा. जो भी कांवरियां इसकी हरकत को देखता था. वह भोले बाबा से प्रार्थना कर रहा था इसे सुरक्षित
उतार देना. आखिर लोगों की दुआ काम आ ही गई.
लोग हाथ जोड़कर बाबा का ध्यान लगा देते थे. कांवर लेकर जा रहे प्रियंका कुमारी, रागिनी कुमारी, रंजन कुमार, राकेश कुमार व संतोष
कुमार ने बताया कि इसका बच जाना जरूरी है. इसके भी परिवार हैं. लोगों ने हाथ जोड़कर कहा, भगवान इसे बचा लो.
दो तकनीशियन की मदद से नेट लगाकर पीछा किया तो पावर ग्रिड से खुद उतरा
किसी भी हाल में पोटली नहीं छोड़ा, पोटली में था पानी का बोतल व कपड़ा
परिवार वालों पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
सूचना मिलने पर पहुंचे डीएम, एसएएसपी, डीडीसी एवं डीएसपी व अन्य
ऐसी घटना अब तक की सेवा के दौरान नहीं देखे हैं. किसी तरह इसकी जान बचायी जा सकी. इस दौरान इस रूट की बिजली सेवा बाधित रही. इस दौरान सरकार को करीब 40 लाख रुपये की राजस्व क्षति हुई है. पावर ग्रिड के प्रबंधक प्रभात कुमार इस शख्स पर बिजली अधिनियम के तहत प्राथमिकी करायेंगे.
ई एम खान, एजीएम, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन
स्थानीय लोगों ने इसका घर कच्ची पक्की बताया है. कुढ़नी के सुमेरा में इसके ससुराल होने की बात बतायी जा रही है. पहले यह बिजली मिस्त्री का काम करता था. स्थानीय लोगों ने इस मानसिक रूप से विक्षिप्त होने की बात बतायी है. प्राथमिकी कर इसे न्यायिक हिरासत में भेजा जायेगा.
अजय कुमार, डीएसपी पश्चिमी, मुजफ्फरपुर.
सरकार को हुई 40 लाख रुपये राजस्व की क्षति. पावर ग्रिड के एजीएम एम खान के अनुसार, भूटान से पूर्णिया होते हुए मुजफ्फरपुर पावर ग्रिड तक पहुंचने वाली 1.32 लाख केवीए की लाइन करीब 13 घंटे ठप रही. इससे सरकार को करीब 40 लाख रुपये राजस्व क्षति हुई है. यह टाटा व पावर कंपनी का संयुक्त उपक्रम है. प्रति घंटे करीब 3.5 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. जिस वक्त चढ़ा था उस वक्त बिजली नहीं थी. 6.30 बजे पोल पर इसके चढ़ने की सूचना मिली. इसके बाद इस रूट की बिजली ऑफ की गई. शाम में उसके उतरने के बाद 7.30 बजे इस रूट का लाइन चालू किया जा सका.
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