मुजफ्फरपुर: काम के लिए दिल्ली जा रहे दस बाल मजदूरों को शुक्रवार को रेलवे स्टेशन पर जीआरपी व चाइल्ड लाइन ने बिचौलिये के चंगुल से मुक्त कराया. वहीं, एक बिचौलिया कुछ बच्चों का सामान लेकर चंपत हो गया.
सभी बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) में पेश किया गया. जहां पूछताछ करने के बाद उन्हें सिकंदरपुर स्थित बाल गृह में भेज दिया गया. सभी बच्चों की 27 जनवरी को फिर काउंसलिंग की जायेगी.
पूछताछ के दौरान बच्चों ने बताया कि संजय सहनी नाम का ठेकेदार इन्हें दिल्ली में ठेकेदार सुरेंद्र के पास भेज रहा था. सीडब्ल्यूसी सदस्य सह अधिवक्ता मो सफदर अली ने बताया कि इसमें तीन बच्चे सतेंद्र कुमार, मनोज कुमार व भरोस कुमार मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र के एकमा गांव के हैं, जबकि सात बच्चे संजय कुमार, राजेश कुमार, विकास कुमार, नन्नु कुमार, संजय कुमार, राजा मांझी, कमलेश कुमार पूर्वी चंपारण जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के हराज गांव के रहने वाले हैं.
सभी की उम्र 10-15 वर्ष के बीच है. सफदर अली ने कहा कि बच्चों ने जिस बिचौलिये का नाम बताया, उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को कहा गया है.