मुजफ्फरपुर: सतपुरा में हुए बवाल के बाद अमन-चैन को लेकर सोमवार को उर्दू विद्यालय में दोनों पक्षों की बैठक हुई. दोनों पक्षों से पांच-पांच लोगों को बुलाया गया था. इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारी थी, लेकिन बात नहीं बनी. बैठक शुरू होते ही दोनों पक्षों के बीच तनातनी शुरू हो गयी. शांति बहाल करने के लिए दो घंटे तक प्रयास होते रहे, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला. बैठक में नगर आयुक्त रमेश रंजन प्रसाद, सिटी एसपी आनंद कुमार, एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, नगर डीएसपी आशीष आनंद, काजी मोहम्मदपुर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार झा, मो जमाल और शांति समिति के सदस्य शामिल थे. बैठक के दौरान हर पांच मिनट पर दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे से उलझ जा रहे थे.
दोनों पक्षों को शांत किया जा रहा था और मुद्दे की बात पर चर्चा करने की बात कही जा रही थी. हालांकि निष्कर्ष नहीं निकलने पर सिटी एसपी आनंद कुमार ने दो दिनों तक स्लॉटर हाउस बंद रखने, डीएम और एसएसपी के साथ बैठक करने की बात कही. इस बैठक में दोनों पक्षों के पांच-पांच लोगों को बुलाया जायेगा.
11 बजे शुरू हुई बैठक, एक बजे खत्म. बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई. इसमें नगर आयुक्त ने दोनों पक्षों के लोगों से कहा कि रमजान का महीना चल रहा है. आपस में मदभेद पैदा करके किसी का फायदा नहीं हो सकता है. सभी मिलकर रहें और जो दोनों पक्षों के बीच मतभेद है, उसे समाप्त करें. इन बातों पर दोनों पक्षों के लोगों ने सहमति जतायी. एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार ने दोनों पक्षों को विवाद का कारण व उसके समाधान के लिए अपनी बात बारी-बारी से रखने को कहा.
स्लॉटर हाउस हटाने पर अड़े. दोनों पक्षों की ओर से अपनी बातों को रखा गया. विवाद का कारण एक पक्ष ने स्लॉटर हाउस को ही बताया. वे लोग उसे जल्द से जल्द बंद कराने की मांग कर रहे थे. इस बात पर दूसरे पक्ष के लोग हंगामा करने लगे कि स्लॉटर हाउस अग्रेजों के समय से चल रहा है. इसे बंद नहीं किया जायेगा. दूसरे पक्ष के लोगों का कहना था कि विवाद दो बच्चों के झगड़े को लेकर हुआ था. ये लोग स्लॉटर हाउस के बंद कराने की बात जबरन कर रहे हैं, जब स्लॉटर हाउस को लेकर विवाद नहीं हुआ, तो ये मुद्दा क्यों उठाया जा रहा है.
तोड़फोड़ में 12 पर नामजद. सतपुरा मुहल्ला में हुये हंगामे को लेकर एक और प्राथमिकी हुई है. इसे मो उमर ने दर्ज कराया है. इसमें 12 लोगों को नामजद किया गया है, जिन पर घर में लूटपाट और जानलेवा हमला करने का आरोप है. इसमें मो एकरामू जमा कुरैशी, सद्दाम कुरैशी, नूरेन कुरैशी, अंबर कुरैशी, सरवर कुरैशी, सइदू जमा कुरैशी, आशिफ कुरैशी, पप्पू कुरैशी, जावेद कुरैशी, आबिद कुरैशी, एजाज कुरैशी, अब्दुल रहमान कुरैशी को आरोपित किया गया है. पुलिस इन सभी की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी कर रही है. आवेदन में मो उमर ने लिखा है कि वह अपने घर में 11 जून को बैठा था. इसी दौरान सभी आरोपी अपने हाथों में तलवार व घातक हथियार से लैस होकर पहुंचे.
सभी ने उन पर हमला कर दिया. इससे वह हड़बड़ा कर गिर गये, जिससे उनकी जान बच गयी. इन सभी ने उनकी जमकर पिटाई की और घर से गहने और कीमती सामान लूट लिया. इस बीच जब उनके भाई मो आरिफ रोकना चाहा, तो उनके साथ भी मारपीट की गयी. घटना के दौरान स्थानीय लोग पहुंच गये. इसके बाद सभी भाग निकले. स्थानीय लोगों ने उन्हें और उनके भाई को अस्पताल में भरती कराया.
बाबा फरीद के घर तोड़फोड़ का मुद्दा उठा
बैठक में शामिल बाबा फरीद ने कहा कि उन्हें तो झगड़े से कोई लेना देना नहीं था. इसके बाद भी उनके घर में तोड़फोड़ कर उनके परिवार के लोगों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि स्लॉटर हाउस को सादपुरा से हटाकर कहीं और शिफ्ट कर दिया जाये. ताकि इन लोगों का रोजगार भी रह जाये. सादपुरा में गंदगी और लोगों की परेशानी भी दूर हो जाये. हालांकि बाबा फरीद की बातों को दूसरों पक्षों के लोगों ने मानने से इनकार कर दिया और फिर से हंगामा करने लगे.
दो दिन और बंद रहेगा स्लॉटर हाउस
करीब दो घंटे तक बैठक चली, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. सिटी एसपी ने दोनों पक्षों को दो दिनों तक शांति बनाये रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि दो दिनों तक स्लॉटर हाउस बंद रहेगा. ये बैठक अगले दो दिनों के अंदर होनी है, जिसमें दोनों पक्षों के लोगों के बीच फिर से सहमति बनाने की कोशिश की जायेगी, ताकि मोहल्ले में अमन-चैन बना रहे.