फार्म के नाम पर 25 हजार रुपये वसूले जा रहे हैं. साथ ही दोनों सालों का इनरॉलमेंट भी जमा कराया गया. रसीद मांगने पर कॉलेज आनाकानी कर रहा है. 80 प्रतिशत उपस्थिति के नाम पर भी दबाव बनाया जा रहा है. राज्य सरकार ने कॉलेज फीस को एक लाख कर दी है, लेकिन काॅलेज एक लाख 35 हजार रुपये वसूल रहा है.
विरोध करने पर यह कहा जा रहा है कि अबतक विवि की तरफ से कोई कागजात नहीं मिला है. अन्य सुविधा शुल्क के नाम पर छात्रों से अवैध वसूली जारी है. प्रॉक्टर डॉ सतीश कुमार राय ने बताया कि शिकायत मिली है. जांच कर कार्रवाई की जायेगी.