मुजफ्फरपुर: 1.14 करोड़ के गबन मामले में गुरुवार को तिरहुत रेंज के डीआइजी अमृत राज ने समीक्षा की. इस दौरान टीम का नेतृत्व कर रहे एएसपी पूर्वी आशीष भारती, नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार व आइओ राजेश कुमार उपस्थित थे.
डीआइजी ने अब तक इस केस में की गयी कार्रवाई की जानकारी लेने के बाद कुणाल के लैपटॉप की पटना स्थित एफएसएल में जांच कराने का निर्देश दिया है. डीआइजी से निर्देश मिलने के बाद शुक्रवार को सीजेएम से अनुमति लेकर लैपटॉप को एफएसएल भेजने की जिम्मेवारी आइओ को दी गयी है. डीआइजी ने एएसपी पूर्वी को पैसे की बरामदगी करने का निर्देश दिया है. कुणाल , सूरज व अमरेंद्र की भूमिका की गहराई से जांच करने के साथ उसके संपत्ति का पता लगाने की जिम्मेवारी भी टीम को दी गयी है. कुणाल के नाम से करबला आइसीआइसीआइ बैंक में एक खाते का पता पुलिस को चला है. समीक्षा के दौरान उसकी पत्नी के नाम से खाते व संपत्ति का ब्योरा जुटाने को कहा गया है. कुणाल के ससुराल पक्ष की भी पुलिस जांच करेगी. पूछताछ के क्रम में उसने कई जानकारियां पुलिस से छिपा ली थी. बाद में दुबारा पूछताछ करने पर उसका कई झूठ पकड़ा गया था. शुरुआत में तो उसने घटना के मुख्य आरोपित अमरेंद्र सिंह व सूरज के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया था, लेकिन जब पुलिस उसके बिदुपुर स्थित कर्मोपुर नयाटोला गांव पहुंची, तो पता चला कि अमरेंद्र व कुणाल का एक ही आंगन में घर है. अमरेंद्र उसका सगा चाचा है, जबकि सूरज उसका रिश्तेदार है. पुलिस का कहना है कि सूरज उसके मामा का साला है. तीनों के गांव जाकर भी पूछताछ करने को कहा गया है.
महंगे मोबाइल का शौकीन था कुणाल : 15 हजार रुपये की नौकरी करने वाला कुणाल महंगे मोबाइल का शौकीन था. डीआइजी ने उसके ब्लैक बेरी मोबाइल व नंबर 9852967627 को खंगालने का निर्देश दिया है. पुलिस के उसके कॉल डिटेल निकालने में जुटी है. कुणाल ने अपने मोबाइल के प्रत्येक ऑप्शन को कोड देकर लॉक कर रखा है. एएसपी पूर्वी का कहना था कि इस केस में तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में सर्विलांस शाखा के एक पदाधिकारी की प्रतिनियुक्त की गयी है. टीम में नगर डीएसपी, राजेश कुमार सहित कई अन्य अधिकारी शामिल है.
दारोगा ने की थी पैरवी : कुणाल रंजन को नगर थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. थाने में पूछताछ के दौरान जिले में कार्यरत एक दारोगा ने वरीय अधिकारियों से उसे निदरेष बताते हुए छोड़ने की पैरवी की थी.
पीआर बांड पर रिहा धीरज : धूम नगर निवासी सूरज सिंह के भाई धीरज सिंह से पुलिस ने गुरुवार को लंबी पूछताछ की है. उसने पुलिस को सूरज के ससुराल, ननिहाल,सांढ़ू सहित कई अन्य रिश्तेदारों के बारे में जानकारी ली है. वरीय अधिकारियों के निर्देश पर पीआर बांड पर देर शाम उसे छोड़ दिया गया है.