मुजफ्फरपुर : जल संकट से जूझ रहे शहरवासी निगम के चापकाल पर सुबह से शाम तक लंबी कतार में लगे रहते हैं. बावजूद विभाग को कोई अपडेट रिपोर्ट नहीं है. इसका खुलासा शनिवार को मेयर वर्षा सिंह की अध्यक्षता में हुई जलकार्य विभाग की समीक्षा के दौरान हुई. उन्होंने जब जल कार्य विभाग से रिपोर्ट […]
मुजफ्फरपुर : जल संकट से जूझ रहे शहरवासी निगम के चापकाल पर सुबह से शाम तक लंबी कतार में लगे रहते हैं. बावजूद विभाग को कोई अपडेट रिपोर्ट नहीं है. इसका खुलासा शनिवार को मेयर वर्षा सिंह की अध्यक्षता में हुई जलकार्य विभाग की समीक्षा के दौरान हुई. उन्होंने जब जल कार्य विभाग से रिपोर्ट तलब की तो अधीक्षक हाथ खड़ा कर दिया.
हद तो तब हो गई जब जल कार्य अधीक्षक उदय शंकर सिंह ने कहा कि 35 वार्ड में पाइप लाइन का प्राक्कलन तैयार हो चुका है व उसके निविदा की प्रक्रिया जारी है. साथ ही अन्य वार्ड से प्राप्त पाइप लाइन की सूची की नापी कराकर उसका प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है.
इतना सुनते ही मेयर ने जल संकट की स्थिति का हवाला देते हुए जल कार्य अधीक्षक को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. जिन वार्डों के निविदा की प्रक्रिया नहीं हुई व वार्ड से पाइप लाइन की सूची नहीं आई है. उन वार्डों के पाइप लाइन निरीक्षक व वार्ड पार्षद से संपर्क कर सूची प्राप्त करने का निर्देश दिया.
विभाग के पास खराब चापाकल की सूची नहीं. विभाग के पास शहर में खराब पड़े चापाकल की सूची नहीं हैं. मेयर ने घोर लापरवाही बताते हुए सभी पाइप लाइन निरीक्षक के वेतन बंद करने निर्देश नगर आयुक्त को दिया. इधर जल कार्य विभाग के शाखा कर्मियों ने बताया कि मानदेय भुगतान नहीं होने के कारण चापाकल बनाने वाले मिस्त्री कार्य छोड़कर जा चुके है. इस पर मेयर ने नगर आयुक्त को चापाकल मरम्मती कार्य अविलंब शुरू करने का निर्देश दिया.
इसके बाद शहर में पेयजल संकट को देखते हुए भारत माता लेन, गन्नीपुर सहित अन्य जगहों पर पानी का टैंकर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. बैठक में प्रभारी नगर आयुक्त सह कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार मिश्र, जल कार्य अधीक्षक उदयशंकर प्रसाद सिंह समेत अन्य विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे.