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जिले में घटा डेढ़ लाख लीटर दूध का उत्पादन

मुजफ्फरपुर : गरमी का असर दूध उत्पादन भी पड़ा है, जिले में दूध का उत्पादन इन दिनों आधा से भी कम गया है, जिसका असर सुधा से सप्लाई होनेवाले दूध पर पड़ रहा है. अभी डेढ़ लाख लीटर दूध की कमी आयी है. इसकी वजह से तिमुल ने फुल क्रीम व आधा लीटर के दूध […]

मुजफ्फरपुर : गरमी का असर दूध उत्पादन भी पड़ा है, जिले में दूध का उत्पादन इन दिनों आधा से भी कम गया है, जिसका असर सुधा से सप्लाई होनेवाले दूध पर पड़ रहा है. अभी डेढ़ लाख लीटर दूध की कमी आयी है. इसकी वजह से तिमुल ने फुल क्रीम व आधा लीटर के दूध की सप्लाई बंद कर रखी है. अब सिर्फ टोंड दूध बाजार में सप्लाई हो रहा है.
जितना दूध आ रहा है, उसी में अधिक लस्सी व दही के साथ जरूरी प्रॉडक्ट तैयार हो रहा है. टोंड दूध लोग मजबूरी में खरीद रहे हैं. पशुपालक से लेकर समिति तक के लोग दूध के लिए परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं. पछिया हवा से पशुओं के दूध उत्पादन में भारी कमी आयी है. उत्पादन में कमी आने से पशुपालकों का दूध समितियों के पास कम पहुंच रहा है. समितियों में दूध की आवक कम होने के कारण तिमुल को कम दूध उपलब्ध हो रहा है.
दूध उत्पादक अब कर रहे खरीदारी
दूध के लिए मारामारी केवल तिमुल के पास ही नहीं है, जो समितियां दूध की आपूर्ति करती थीं, वे अभी खुद दूध का खरीदार बन चुकी हैं. गांवों में जेनऊ व शादी-ब्याह बड़ी संख्या में हो रहे हैं. समितियों को दूध आपूर्ति करने वाले पशुपालक अब खुद खरीदार बन गये हैं. यानी तिमुल व उनके उपभोक्ता दोहरे मार की दौर से गुजर रहे हैं.
दूध से पाउडर बनना भी बंद
तिमुल सामान्य दिनों में 2.75 लाख लीटर पशुपालकों से दूध की खरीदारी करता है. अब यह घटकर मात्र 1.25 लाख लीटर हो गया है. इसी में उसे लस्सी, दही, घी, मिठाई, रेवड़ी सहित तमाम तरह के प्रॉडक्ट तैयार करना पड़ रहा है. इस कारण अभी दूध का पाउडर बनाना बंद कर दिया गया है.
सामान्य दिनों में 70 से 90 हजार लीटर फुल क्रीम दूध का उत्पादन कर बाजार में आपूर्ति करते हैं. यह अभी बिल्कुल ही बंद कर दिया गया है. गाय का दूध और आधा लीटर दूध की आपूर्ति भी बंद है. पछिया हवा व प्रचंड गरमी के कारण दूध की आवक में करीब डेढ़ लाख लीटर कमी आयी है. मौसम ठीक होने पर सब स्थिति ठीक होगी.
– नागेश्वर राय, अध्यक्ष, तिमुल, मुजफ्फरपुर
पछिया हवा के कारण दूध में काफी कमी आयी है. जिनके पशुओं की देखभाल सही है, विटामिन की खुराक सही है, उनके पशुओं का भी दूध कम गया है. जिन पशुओं की देखभाल में कुछ कमी है, उनका दूध तो आधा हो गया है. पशुपालकों को हरा चारा, प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स की सही खुराक देने की जरूरत है.
डॉ जगन्नाथ बैठा, जिला पशुपालन पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर

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