मीनापुर: मीनापुर सेंटर गांव के अपहृत पिकअप चालक उमेश प्रसाद की बरामदगी की मांग को लेकर ग्रामीणों का चल रहा आदोलन मंगलवार को उग्र रूप ले लिया. भारी संख्या में महिला व पुरुषों ने चार घंटे तक मीनापुर पुल को जाम कर दिया. मुजफ्फरपुर-शिवहर मुख्य मार्ग की नाकेबंदी कर दी.
टायर जला कर प्रदर्शन किया. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. बाद में लोग मीनापुर थाने के समीप पहुंचे. वहां थाने का घेराव कर हंगामा किया. इसी बीच भीड़ ने थाने पर पथराव शुरू कर दिया. इसमें दारोगा सरयू सिंह बाल-बाल बच गये. कई सिपाहियों को चोटें आयी. इसके बाद मीनापुर थाने की पुलिस आक्रोशित लोगों पर लाठी बरसानी शुरू कर दी.
आंदोलन करने वालों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. लाठी पार्टी ने राहगीरों पर भी लाठियां बरसायी. आंदोलन में शामिल उर्मिला देवी बुरी तरह जख्मी हो गयी. वह बेहोश हो गयी. अपहृत की पत्नीरेखा देवी भी घायल हो गयी. करीब दो दर्जन लोगों को चोटें आयी है. एसकेएमसीएच में भरती अपहृत चालक की गर्भवती पत्नी रेखा देवी ने बताया, पुलिस ने वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन आंदोलनकारियों को बेरहमी से पीटा गया.
थानाध्यक्ष मदन सिंह का कहना था, पहले तो लोग थाने का घेराव करने आये थे. बाद में उन्होंने परिजनों से वार्ता भी की, लेकिन बाहर कुछ असामाजिक तत्व खड़े थे. उन लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. पुलिस के साथ र्दुव्यवहार करने लगे. भीड़ को पुलिस ने खदेड़ दिया. इसके लिए लाठी पार्टी व महिला कांस्टेबल का सहारा लिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि दोषियों पर स्टेशन डायरी की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. वरीय पुलिस अधीक्षक का निर्देश मिलते ही दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. घटना को लेकर प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है.