मुजफ्फरपुर: जीरो माइल चौक पर पार्किग के नाम पर अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ रविवार को ऑटो चालकों का गुस्सा फूट गया. दर्जनों चालकों ने मेडिकल फोरलेन के समीप मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी एनएच-77 को जाम कर दिया. इसके बाद पुलिस प्रशासन व रंगदारों के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. जाम के कारण एक घंटा से अधिक समय तक आवा गमन प्रभावित हो गया. सड़क जाम से कई किमी तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी. यहीं नहीं, गंभीर मरीज को लेकर मेडिकल आ रही कई एंबुलेंस भी जाम में फंसी रही. जाम की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची अहियापुर पुलिस ने चालकों को समझा-बुझा कर शांत कराया. दारोगा भगवान सिंह ने चालकों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर चालक जाम हटाने को राजी हुए. उन्होंने बताया कि चालकों ने अवैध वसूली के खिलाफ पांच लोगों के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. मामले की जांच कर जल्द ही उन पर कार्रवाई की जायेगी.इधर, ऑटो चालकों का कहना था कि उनसे जीरो माइल चौक पर ऑटो लगाने के बदले अवैध रूप से 15-20 रुपये वसूला जाता है. रुपये नहीं देने पर उनके साथ मारपीट की जाती है. ऑटो का शीशा रोड़ा-पत्थर व डंडा से तोड़ दिया जाता है. यहां तक कि फुटपाथी फल विक्रेता भी ऑटो नहीं लगाने देते हैं. अगर सामने लगाओ तो डंडा से मारते है. कई बार शिकायत भी की गयी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पार्किग के नाम पर वसूली
जीरोमाइल चौक पर ऑटो स्टैंड के नाम पर 8 रूपये का बैरिया बस पड़ाव का रसीद चालाकों को दिया जाता है. लेकिन इस रसीद के अलावा प्रत्येक चालक से जबरदस्ती 15 से 20 रुपये वसूला जाता है. ऑटो चालकों का कहना था कि एक ट्रिप से 40- 50 रुपये की कमाई होती है. लेकिन आधे पैसे पार्किग के नाम पर वसूल लिये जाते हैं.
हो चुकी है गोलीबारी
एक दशक पूर्व जीरोमाइल चौक पर पार्किग के नाम पर अवैध वसूली करने वालों के बीच गोलीबारी की घटना भी हो चुकी है. दो पक्षों के टकराव में कई लोग जेल भी जा चुके है. लेकिन उसके बाद भी अवैध वसूली नहीं रूक पायी. तत्कालीन एसएसपी राजेश कुमार के कार्यकाल में बैरिया बस पड़ाव के नाम पर वसूली मामले में विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर कई लोगों को रसीद के साथ पकड़ा गया था. लेकिन मामला ठंडा पड़ जाने के बाद फिर से अवैध वसूली शुरू हो गयी.