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जमीनदार वृजमोहन सिंह की हत्या शेखर बीन ने की थी

जमीनदार वृजमोहन सिंह की हत्या शेखर बीन ने की थी-2015 में जमीनदार की हुई थी हत्या-आधे दर्जन से अधिक हत्या के मामले में स्वीकारी अपनी संलिप्तता -लेवी को ले 2013 में सड़क निर्माण कंपनी के बैस कैंप पर किया था हमलासंवाददाता 4 मुजफ्फरपुर नक्सली शेखर राउत उर्फ शेखर बीन अपने साथी के साथ मिलकर सारण […]

जमीनदार वृजमोहन सिंह की हत्या शेखर बीन ने की थी-2015 में जमीनदार की हुई थी हत्या-आधे दर्जन से अधिक हत्या के मामले में स्वीकारी अपनी संलिप्तता -लेवी को ले 2013 में सड़क निर्माण कंपनी के बैस कैंप पर किया था हमलासंवाददाता 4 मुजफ्फरपुर नक्सली शेखर राउत उर्फ शेखर बीन अपने साथी के साथ मिलकर सारण जिला के खजूनी डामवल के जमीनदार वृजमोहन सिंह की हत्या अगस्त 2015 में की थी. इसमें शेखर बीन के अलावा रामबाबू राम उर्फ राजन जी, मुकेश पटेल उर्फ विशाल, अमीन सहनी, अनिल सहनी, दीपक दास, हरिहर सहनी, ओमप्रकाश उर्फ प्रिंस, रमेश पासवान, गजेंद्र राउत और देवन राउत शामिल था. इसके बाद सितंबर 2013 में पुलिस मुखबिर करने को लेकर गोपालगंज मीरा टोला के मोहन राय व नंदकिशोर यादव की हत्या हुई थी. जिसमें शेखर बीन के साथ रामबाबू राम, सुभाष गुप्ता, राम बाबू पासवान, मुकेश पटेल, अमीन सहनी, अनिल सहनी, जयेत राम, रोहित सहनी, रमेश पासवान, ओमप्रकाश, गजेंद्र रावत और देमन राउत शामिल थे. शेखर बीन ने पुलिस के समक्ष पूछताछ में आधा दर्जन से अधिक घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. लेवी काे ले वशिष्ठा के बेस कैंप पर किया हमला गोपालगंज के शीतलपुर सतरघाट स्थित सड़क निर्माण कंपनी वशिष्ठा के बेस कैंप पर लेवी नहीं देने पर दिसंबर 2013 में नक्सलियों ने हमला किया था. हमले के बाद गुलाब राम, अजीत कुमार, और अजय सहनी पकड़े गये थे. घटना में शेखर बीन गजेंद्र कुमार, देवन राउत, अग्निदेव राम, भगवान राम, जितेंद्र कुमार, नवलकिशोर राम शामिल थे. इसके बाद गोपालपुर के एनएच 28 से गोपालपुर जाने वाली सड़के में लैंड माइंस लगा कर दुकानदार तिलक साह को निशाना बनाने की योजना बनायी गयी. लैंड माइंस बिछाने के लिये मनोज जो बेल्डिंग की दुकान चलाता है. उसने अपने एक रिश्तेदार से गड्ढा खुदवाया. जिसके बाद शेखर बीन, देवन राउत पिकअप पर सवार होकर घटनास्थल पहुंच लैंड माइंस लगाया. इसके बाद तिलक साह के आने का इंतजार करने लगा. इसमें लाइनर का काम मनोज व देवन ने किया था, जो तिलक साह के गाड़ी के पीछे अपनी गाड़ी से आया था. तिलक साह के पहुंते ही विस्फोट किया गया. लेकिन तिलक साह मरा नहीं वह घायल हो गया. इसके बाद सभी घटना स्थल से भाग निकले थे. गोपालगंज के प्यारेपुर बाजार में भी डीलर परमेश्वर कुंवर की हत्या सितंबर 2015 में इन्हीं लोगों ने किया था.

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