28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शास्त्री जी का नहीं हुआ सही मूल्यांकन

मुजफ्फरपुर : प्रमुख समालोचक सह बीआरएबीयू हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रेवती रमण ने कहा, हिंदी कविता के इतिहास में आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री को समुचित जगह नहीं दी गई है. हकीकत है कि उनका मूल्यांकन होना अभी बाकी है. चुनौती है शास्त्री की कविताएं पढ़ी जाएं. डॉ रमण रविवार को कम्युनिटी कॉलेज में गांधी […]

मुजफ्फरपुर : प्रमुख समालोचक सह बीआरएबीयू हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रेवती रमण ने कहा, हिंदी कविता के इतिहास में आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री को समुचित जगह नहीं दी गई है. हकीकत है कि उनका मूल्यांकन होना अभी बाकी है. चुनौती है शास्त्री की कविताएं पढ़ी जाएं. डॉ रमण रविवार को कम्युनिटी कॉलेज में गांधी शांति प्रतिष्ठान की ओर से आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री का जीवन और योगदान विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार सिंह कर रहे थे.

डॉ रमण ने कहा, प्रगतिशील साहित्य के प्रचंड दौर में भी शास्त्री जी ने अपनी रचनाओं के बल पर हिंदी साहित्य में खास स्थान बनाये रखा. वह उत्तर छायावाद के प्रतिनिधि कवि के रूप में प्रतिष्ठित थे. उन्हाेंने अपनी रचनाओं में समाज की बुराइयों से मुठभेड़ किया. वह संस्कृत के मर्मज्ञ थे. कालिदास को अपने चित्त में उतारा था.

डॉ संजय पंकज ने कहा, उनकी प्रगतिशीलता विवेकानंद से प्रभावित थी. उनके कृतित्व व व्यक्तित्व के आगे कोई दूसरा नहीं ठहरता. वे समृद्ध भारतीय परंपरा के आधुनिक वाहक हैं. वे बड़े सेतु हैं. शास्त्री जी ने दो हजार से ज्यादा हिंदी गीत लिखे, जो सर्वाधिक हैं. विषय प्रवेश डॉ रमेश ऋतंभर ने कराया. उन्होंने कहा, शास्त्री जी ने सत्ता से कभी कोई रिश्ता नहीं रखा. पद्मश्री तक को ठुकरा दिया. ऐसी हिम्मत वाले लोग बिरले होते हैं. डॉ अरुण कुमार सिंह ने कहा, शास्त्री जी ने अपने लिए नहीं, साहित्य और समाज के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया. उनका यहां होना शहर का सौभाग्य है. मंच संचालन संगठन के उपाध्यक्ष प्रो. विकास नारायण

उपाध्याय ने किया. स्वागत अरविंद वरुण ने किया. प्रो विनोद शंकर झा ने धन्यवाद दिया. इस मौके पर प्रो के के झा, अनिल शंकर ठाकुर, कैलाश ठाकुर, संजय सहारिया, डॉ कृष्ण मोहन, अनिल कुमार, प्रभात कुमार, विनय प्रशांत, सोनू संस्कार, अजीत कुमार चौधरी, रमण कुमार, विक्रम कुमार, जय नारायण निषाद, मिथिलेश मिश्रा दर्द, प्रो अवधेश कुमार सिंह, रमेश चंद्र, कामता प्रताप आदि मौजूद थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें