मुजफ्फरपुर : डीआरआइ (राजस्व आसूचना निदेशालय) की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है. टीम ने मंगलवार की रात मोतीपुर के पास एनएच-28 से रक्त चंदन की लकड़ी लदा एक ट्रक जब्त किया है. लकड़ी की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये आंकी गयी है. ट्रक के चालक व खलासी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ के दौरान अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ है. टीम चंदन की लकड़ी के तस्करों की तलाश में जुटी है.
डीआरआइ के सीनियर इंटेलिजेंस अधिकारी शिवेंद्र सत्यार्थी को गुप्त सूचना मिली थी कि मंगलवार को पंजाब नंबर के ट्रक पर लदी चंदन की लकड़ी एनएच-28 से गुजरने वाली है. सूचना मिलते ही सत्यार्थी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें अमर नाथ झा, बी पासवान व नागेंद्र घोष शामिल किये गये. मोतीपुर के पास टीम के सदस्यों ने (पीबी29 एम-9675) नंबर के ट्रक को पकड़ लिया.
वहीं चालक जयदेव राणा व खलासी शिव शंकर को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदनीपुर जिले के रहने वाले हैं. पूछताछ में पता चला कि ट्रक हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर से चंदन की लकड़ी लेकर 21 दिसंबर को गुवाहाटी के लिए चला था. ट्रक को दिल्ली-गोरखपुर-पीपरा कोठी-मुजफ्फरपुर-दरभंगा-पूर्णिया होते हुए गुवाहाटी जाना था. गुवाहाटी से ट्रक को इंफाल ले जाया जाता.
6.7 मीटरिक टन है लकड़ी
ट्रक पर 6.7 मीटरिक टन चंदन की लकड़ी लदी थी. लकड़ी व ट्रक की कीमत एक करोड़ 51 लाख रुपये आंकी गयी है. लकड़ी को आलू के बोरे के नीचे छिपा कर रखा गया था. डीआरआइ अधिकारियों का कहना है कि चंदन लकड़ी के तस्करों का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क है. उनके नेटवर्क को खंगाला जा रहा है. चालक व खलासी ने कई अहम जानकारी दी है. वे दोनों पूर्व में भी चंदन की लकड़ी की खेप ले कर जा चुके हैं.