मुजफ्फरपुर :बिहारमें मुजफ्फरपुर-हाजीपुर के बीच रेल लाइन दोहरीकरण में लगी एजेंसी हरि कंस्ट्रक्शन कंपनी के बेस कैंप पर माओवादियों ने हमला कर दिया. हमला तुर्की स्टेशन के सामने स्थित कंपनी के बेस कैंप पर किया गया. इसमें माओवादियों ने निर्माण में लगी 14 गाड़ियों को फूंक दिया. इस दौरान तीन कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की.
बताया जा रहा है कि घटना में कंपनी के लगभग तीन करोड़ का नुकसान हुआ है. घटना के बाद शनिवार को रेल आइजी समेत विभिन्न अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच की. इसमें एसएसपी मुजफ्फरपुर भी शामिल थे. रेल लाइन निर्माण में काम करनेवाले कर्मचारियों ने बताया कि रात 12 बजे के बाद 40- 50 की संख्या में माओवादी बेस कैंप के अंदर पहुंचे. इन लोगों ने वहां सो रहे कर्मचारियों को बंधक बना लिया.
विरोध करने पर सुरक्षा गार्ड वैद्यनाथ सिंह को राइफल के बट से मारा. इसके बाद अपने साथ लाये केरोसिन व बोरे की मदद से गाड़ियों में आग लगानी शुरू कर दी. गाड़ियों में आग लगाने के बाद माओवादी बेस कैंप से चले गये, वो मौके पर एक परचा भी छोड़ गये हैं. साथ ही जाते समय माओवादियों ने चार राउंड फायरिंग भी की.
इधर, देर रात घटना की सूचना तुर्की ओपी को दी गयी, जिसके अधिकारी लगभग ढाई बजे के आसपास मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक माओवादी मौके से जा चुके थे. इस बीच रेल सुरक्षा बल के अधिकारियों को भी घटना की जानकारी दी गयी. रेल एसपी भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने मौके से मिले परचे के आधार पर कहा कि लेवी नहीं देने पर घटना को अंजाम दिया गया है.
वहीं, शनिवार की दोपहर रेल आइजी अमित कुमार तुर्की पहुंचे और मौके का जायजा लिया. इस दौरान कंपनी के निदेशक संजीव कुमार से पूछताछ की. निदेशक ने उन्हें बताया कि बीते वर्ष अप्रैल-मई महीने में तथाकथित माओवादियों की ओर से उन्हें फोन आया था. उनकी ओर से तीन से चार बार कॉल किया गया. इसकी मौखिक सूचना उन्होंने तुर्की ओपी प्रभारी को दी थी. उन्होंने लेवी मांगे जाने की घटना से इनकार किया.
मौके का जायजा लेने के बाद रेल आइजी ने कहा कि घटना में माओवादियों का हाथ है. स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जायेगा. इधर, बेस कैंप के सुरक्षा कर्मी वैद्यनाथ सिंह के बयान पर जीआरपी थाने में अज्ञात माओवादियों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
शनिवार को बंद रहा काम
माओवादी हमले को लेकर शनिवार को रेल लाइन के दोहरीकरण का काम बंद रहा. कंपनी के निदेशक संजीव कुमार ने कहा कि अगर उन्हें सुरक्षा मिलती है, तो फिर से काम शुरू करेंगे. उन्होंने बताया कि उन्हें लगभग 14 किलोमीटर का काम मिला हुआ है, जिसमें लगभग आधा काम पूरा हो चुका है. शेष काम भी वो करना चाहते हैं. इधर, मौके पर दस एसटीएफ जवानों की तैनाती कर दी गयी है.
ये गाड़ियां फूंकी
जेसीबी- तीन
मिलर- तीन
रोलर- एक
ट्रैक्टर- चार
हाइवा- एक