मुजफ्फरपुर : नये बजट में सोना के आभूषण पर लगाये उत्पाद शुल्क के विरोध में पूरे देश के सर्राफा व्यवसायियों का आंदोलन लगातार जारी है. लगातार 11वें दिन शनिवार को भी सर्राफा मंडी में जिले के तमाम सर्राफा व्यवसायी व कारीगर धरना प्रदर्शन पर बैठे रहे. संघ महामंत्री सत्यनारायण प्रसाद ने बताया की केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर 14 मार्च की बंदी को बढ़ाकर 17 मार्च कर दिया गया है.
प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि इस नये कानून से लाखों व्यवसायी व कारीगार बेरोजगार हो जायेंगे. सरकार इस नये कानून की आड़ में बड़े कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुुंचाने का काम कर रही है. एक तो पहले से ही सभी सर्राफा व्यवसायियों पर कई प्रकार का टैक्स है, ऊपर से एक और टैक्स. सर्राफा व्यवसायी व कारीगर बहुत पढ़े लिखे नहीं होते है. ऐसे में सभी के लिए एक नया खाता बही संभालना मुश्किल होगा.
विरोध प्रदर्शन में महामंत्री सत्यनारायण प्रसाद, उपाध्यक्ष शिवनाथ प्रसाद, बाबू लाल प्रसाद, सुजीत चौधरी, मंजित कुमार, दीपक कुमार, कृष्ण मोहन, पवन कुमार वर्मा, बाल बाबू प्रसाद, शेखर कुमार, पंकज भास्कर, राजीव कुमार, कुमार प्रीतम, संजय ठाकुर, संजय कुमार गुप्ता लड्डु, दीपक ठाकुर, सुनील कुमार गुप्ता, अमित ठाकुर, एके गुप्ता, राज कुमार राजू, विकाश अग्रवाल, अभय कुमार तथा ग्रामीण क्षेत्र से दीपक कुमार, केदारनाथ साह, बैजू साह, संतोष कुमार, दिनेश साह, महेश साह, किशोर कुमार, लक्ष्मी कुमार, गुड्डु, प्रभात कुमार, सुबोध प्रसाद, पवन कुमार गोविंद आदि शामिल थे.
प्रधानमंत्री को सौंपा ज्ञापन
उत्पाद शुल्क के विरोध में स्वर्णकार संघ भगवानपुर के सर्राफा व्यवसायी व कारीगरों ने शनिवार को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में डीएसपी के माध्यम से पीएम को मांग पत्र सौंपा. साथ ही केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह, रामविलास पासवान, राजीव प्रताप रूढ़ी, रामकृपाल यादव, अश्विनी चौबे, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भेंटकर ज्ञापन सौंपा. वहीं सांसद रामा देवी व अजय निषाद ने आश्वासन दिया की उनकी मांगों पर वार्ता होगी. ज्ञापन सौंपने वालों में संघ अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, पंकज कुमार, मोहन प्रसाद, शशि भूषण कुमार, राकेश सर्राफ, मुकेश सर्राफ आदि शामिल थे.