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वीसी व प्राचार्य के बीच वार्ता विफल
मुजफ्फरपुर: एलएस कॉलेज का मामला दिन व दिन गहराता जा रहा है. मामले को लेकर वीसी व प्राचार्य के बीच हुयी वार्ता विफल रहा. नतीजा तो कुछ नहीं निकला, लेकिन दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के अधिकारी व संघ नेताओं के बीच बहस हो गया. एलएस कॉलेज की जमीन व भवन पर विवि की ओर से किये […]
मुजफ्फरपुर: एलएस कॉलेज का मामला दिन व दिन गहराता जा रहा है. मामले को लेकर वीसी व प्राचार्य के बीच हुयी वार्ता विफल रहा. नतीजा तो कुछ नहीं निकला, लेकिन दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के अधिकारी व संघ नेताओं के बीच बहस हो गया.
एलएस कॉलेज की जमीन व भवन पर विवि की ओर से किये जा रहे अतिक्रमण का मामला काफी तूल पकड़ लिया है. वीसी के साथ हुई वार्ता बेनतीजा रहने के बाद अब आंदोलन को नये सिरे से धारदार बनाने की तैयारी शुरू हो गयी है.
छात्र, शिक्षक व कर्मचारियों की आंदोलन के बाद काफी संख्या में कॉलेज के पूर्ववर्ती
छात्रों का मिल रहे समर्थन को देख मंगलवार को वीसी डॉ पंडित पलांडे ने प्राचार्य डॉ उपेंद्र कुंवर व शिक्षक संघ के नेताओं के साथ वार्ता की, लेकिन एक घंटे से अधिक चली वार्ता बेनतीजा रही. उलटे वार्ता के दौरान उपस्थित दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों से संघ नेताओं की कुछ विवादित बिंदुओं पर गरमा-गरम बहस भी हो गयी. इसके बाद बगैर निर्णय प्राचार्य व शिक्षक संघ के नेता वापस लौट गये. हालांकि, वीसी डॉ पंडित पलांडे का कहना हैं कि वे सरकार व जिला प्रशासन से मदद लेकर नये सिरे से विवि व कॉलेज की जमीन के खाता-खेसरा की जांच करायेंगे. जिसका जो जमीन होगा. उसका नये सिरे से सीमांकन की भी प्रक्रिया की जायेगी. इधर, बेनतीजा वार्ता के बाद एलएस कॉलेज शिक्षक व कर्मचारी संघ नये सिरे से आंदोलन की रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है. अध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि बुधवार को संयुक्त बैठक कर आंदोलन को किस तरह से कैसे आगे बढ़ाया जाये. इस पर निर्णय लिया जायेगा.
केस वापस नहीं लेने पर अड़ा विवि प्रशासन
कॉलेज की जमीन को अतिक्रमण कर गलत तरीके से दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को देने का आरोप लगा विवि प्रशासन के खिलाफ पिछले दिनों छात्रों ने आंदोलन की थी. इसके बाद विवि प्रशासन की ओर से एफआइआर कर पूरे प्रकरण से सरकार व राजभवन को अवगत करा दिया गया था. मंगलवार को हुई वार्ता के दौरान संघ नेताओं ने इस मुद्दे को उठाते हुए छात्रों पर दर्ज एफआइआर को वापस लेने का आग्रह किया. इस पर वीसी अड़ गये. उन्होंने कहा कि अब इस मामले में निर्णय सरकार लेगी.
शिक्षक व कर्मियों ने संयुक्त रूप से दिया धरना
एलएस कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले छात्रों के साथ-साथ शिक्षक व कर्मचारी संघ ने हिंदी विभाग के समक्ष कब्जा हो रहे क्वार्टर के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. दोपहर बाद तक शिक्षक व कर्मचारी कॉलेज में तालाबंदी कर धरना पर बैठे थे. इस दौरान उन्हें गांधी शांति प्रतिष्ठान के साथ शहर के कई प्रतिष्ठित सामाजिक संगठनों का समर्थन मिला. हालांकि, धरना पर बैठे शिक्षक व कर्मचारी से मिल प्राचार्य डॉ उपेंद्र कुंवर ने जब बताया कि वीसी से शाम में वार्ता होने वाली है. तब दोपहर बाद धरना समाप्त कर दिया गया. इसमें मुख्य रूप से एलएस कॉलेज शिक्षक संघ के डॉ प्रमोद कुमार, डॉ अवधेश कुमार सिंह, डॉ शशि कुमारी सिंह, डॉ गजेंद्र कुमार, डॉ अरविंद वरुण, डॉ जय कांत सिंह जय आदि शामिल है.
आंदोलन को लोजपा का मिला समर्थन
लोजपा के प्रदेश महासचिव अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एलएस कॉलेज के शिक्षक, कर्मचारी व छात्रों के आंदोलन को जायज बताया है. कहा कि विवि प्रशासन आंदोलन को दबाने की कोशिश में लगा है. इसी कड़ी में वैसे छात्र नेताओं को भी फंसाया गया है, जो जायज मांग को लेकर हमेशा विवि में सक्रिय रहते हैं. उन्होंने लोजपा छात्र नेता गोल्डेन सिंह पर दर्ज केस को अविलंब वापस लेने को कहा है. अगर विवि प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं देता है, तब वे जिला से लेकर प्रदेश स्तर पर इस मामले को उठा विवि प्रशासन के कार्यप्रणाली की पोल खोलेंगे.
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