मुजफ्फरपुर: मुशहरी थाना क्षेत्र के धोबहां गांव में शनिवार को छह वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्क र्म मामले का आरोपित सुनील राम ने पुलिस की बढ़ती दबिश को देख गुरुवार शाम सीजेएम न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
बताया जाता है कि बुधवार की रात थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने पुलिस बल के साथ उसके ननिहाल रुनीसैदपुर थाना के ओलीपुर गांव में छापेमारी की थी. वहां नहीं मिलने पर सुनील के कई रिश्तेदारों के यहां लगातार पुलिस की छापेमारी जारी थी. वही उसके पिता व अन्य आरोपित गांव छोड़ कर फरार है. पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपित की तलाश जारी है. इधर, सुनील राम के आत्म सर्मपण करने की सूचना के बाद अन्य आरोपित भूमिगत हो गये है. मुखिया महावीर सहनी व सरपंच भूषण ठाकुर भी गांव से गायब है. दोनों मोबाइल पर अपने समर्थकों से पुलिस कार्रवाई की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं.
मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि : छह साल की बच्ची का गुरुवार को मेडिकल जांच कराया गया. जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है. बताया जाता है कि पुलिस उसके कपड़े की भी जांच करायेगी.
पुलिस के वरीय अधिकारियों ने दुष्कर्मी सुनील राम के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाने की बात कही है. वही उसके खिलाफ एक-दो दिनों में पुलिस कोर्ट में चाजर्शीट भी दायर करेगी. जांच के दौरान यह मामला सामने आया है कि वह कुछ दिन पूर्व तक गेट्रर नोएडा में मजदूरी करता था. वहां पर सिलाई मशीन फैक्टरी में काम करता था. गांव लौटने के बाद वह घर पर रह कर दुकान चलाता था.
दुबारा होगा 164 का बयान : बुधवार को पीड़िता का धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट वीके शर्मा के समक्ष बयान कराया गया. बयान के समक्ष वह काफी दहशत में थी. उसने बताया कि सुनील ने पूछा था कि घर पर कोई है. इनकार करने पर वह उसे गोद में उठा कर अपने घर ले गया. वही पर उसने गंदा काम किया. इसके बाद वह काफी पूछने के बाद भी नहीं बोल पायी. वह काफी डरी हुई थी. बार-बार पूछने पर वह मजिस्ट्रेट के समक्ष से भाग रही थी. बताया जाता है कि कोर्ट के आदेश पर उसका फिर से 164 के तहत बयान कराया जायेगा.