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नवरुणा कांड. जांच अधिकारी रहे जीतेंद्र प्रसाद का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट
मुजफ्फरपुर : चर्चित नवरुणा कांड में सीबीआइ की विशेष अदालत ने अब तक का बड़ा फैसला दिया है. कोर्ट ने मामले के जांच अधिकारी रहे तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष जीतेंद्र कुमार का पॉलीग्राफी टेस्ट कराने का आदेश दिया है. मामले के एक और आरोपित रमेश कुमार बबलू के पॉलीग्राफी टेस्ट पर कोर्ट ने मुहर लगायी है. […]
मुजफ्फरपुर : चर्चित नवरुणा कांड में सीबीआइ की विशेष अदालत ने अब तक का बड़ा फैसला दिया है. कोर्ट ने मामले के जांच अधिकारी रहे तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष जीतेंद्र कुमार का पॉलीग्राफी टेस्ट कराने का आदेश दिया है. मामले के एक और आरोपित रमेश कुमार बबलू के पॉलीग्राफी टेस्ट पर कोर्ट ने मुहर लगायी है.
सीबीआइ ने दिया था आवेदन. नवरुणाकांड के तीन वर्ष पांच माह के बाद पहली बार किसी पुलिस अधिकारी के पॉलिग्राफी टेस्ट का आदेश सीबीआइ विशेष न्यायालय ने दिया है. सीबीआइ के जांच अधिकारी ने नगर थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष सह अनुसंधानक जीतेंद्र प्रसाद व अप्राथमिकी अभियुक्त रमेश कुमार बबलू के पॉलिग्राफी टेस्ट के लिए आवेदन दिया था. इस पर शुक्रवार को सुनवाई के बाद न्यायालय ने स्वीकृति की मुहर लगा दी. न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआइ जीतेंद्र प्रसाद व रमेश कुमार बबलू का पॉलीग्राफी टेस्ट की तैयारी कर रही है. जीतेंद्र प्रसाद फिलहाल बेतिया में पदस्थापित हैं. इस कांड में दो साल के अनुसंधान में सीबीआइ अबतक नौ लोगों का पॉलीग्राफी टेस्ट करा चुकी है.
इनका हो चुका है पॉलीग्राफी टेस्ट . सीबीआइ अनुसंधानक ने नवरुणा अपहरण कांड में 14 लोगों को पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए नोटिस दी थी. इनमें नवरुणा के घर के पास के अभय गुप्ता, मनींद्र झा, राकेश रंजन पप्पू, सुदीप चक्रवर्ती, रोहित व रामू सहित नौ लोगों का सात अक्तूबर 2014 को पटना में पॉलीग्राफी टेस्ट किया था.
दोनों से हो चुकी है पूछताछ . सीबीआइ अधिकारी नवरुणा कांड की गुत्थी सुलझाने के लिए इसके पहले भी तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष जीतेंद्र कुमार, अवर निरीक्षक अमित कुमार, शैलेंद्र कुमार सिंह, अमान अशरफ व सीआइडी इंस्पेक्टर अश्फाक अंसारी से पूछताछ कर चुकी है. नगर निगम के सफाई इंस्पेक्टर मनोज कुमार, निदान के मैनेजर, रमेश कुमार बबलू, सुदीप चक्रवर्ती व शय़ाम पटेल से भी पूछताछ कर चुकी है. पुलिस नवरुणा कांड में घटना के एक माह बाद अक्तूबर 2012 को अप्राथमिकी अभियुक्त रमेश कुमार बब्लू, सुदीप चक्रवर्ती व शय़ाम पटेल को जेल भेज चुकी है.
पुलिस-सीआइडी कर चुकी है जांच
नवरुणा के अगवा होने के बाद पहले पुलिस ने जांच की थी. पुलिस ने शुरुआत में मामले को प्रेम-प्रसंग से जोड़ कर देखा था. इसके बाद मामले की सीआडी जांच हुई थी, लेकिन पुलिस व सीआइडी दोनों किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी थीं. इसके बाद मामले की जांच सीबीआइ कर रही है, लेकिन सीबीआइ भी मामले में अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. नवरुणा 18 सितंबर 2012 को अगवा हुई थी. इसके बाद उसके आवास के सामने से कंकाल बरामद हुआ था, जिसे नवरुणा का बताया गया था, लेकिन नवरुणा की हत्या किसने और क्यों की. इसका अभी तक खुलासा नहीं हो सका है.
क्या है पॉलीग्राफी
पॉलीग्राफ एक मशीन है जिसमें व्यक्ति (जिसका पॉलीग्राफी टेस्ट किया जा रहा हो) से अटैच सेंसर्स से आ रहे सिग्नल (तरंगों) को एक मूविंग पेपर (ग्राफ) पर रिकॉर्ड किया जाता है. इस प्रक्रिया को पॉलीग्राफी टेस्ट कहते हैं. जब किसी व्यक्ति का लाई डिटेक्शन (पॉलीग्राफी) टेस्ट किया जाता है तो उसके साथ छह सेंसर अटैच किये जाते हैं. पॉलीग्राफ मशीन में इन चार बातों को रिकॉर्ड किया जाता है- व्यक्ति के सांस लेने की गति (ब्रीदिंग रेट), व्यक्ति का पल्स, व्यक्ति का ब्लड प्रेशर, व्यक्ति के शरीर से निकल रहा पसीना. कभी-कभी पॉलीग्राफ मशीन व्यक्ति के हाथ व पैरों की मूवमेंट को भी रिकॉर्ड करती है.
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