इधर, स्मार्ट सिटी टॉप 20 में पिछड़ने के बाद नगर निगम ने अमृत योजना से शहर के विकास पर ध्यान केंद्रित कर दिया है. नगर आयुक्त ने बताया कि अमृत योजना से भी शहर को करोड़ों रुपये मिलने हैं. इसे शहर के विकास एवं सौंदर्यीकरण पर कैसे खर्च किया जाये, इसको लेकर प्लान बनाने की प्रक्रिया में तेजी जायेगी.
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अधूरी तैयारी. चूक से टॉप-20 से बाहर हुआ अपना शहर
मुजफ्फरपुर: स्मार्ट सिटी की दौड़ में अपना शहर पिछड़ गया. गुरुवार को शहरी विकास मंत्रालय ने जो लिस्ट जारी की, उसमें मुजफ्फरपुर का नाम नहीं है. इससे स्मार्ट सिटी का सपना देख रहे शहरवासियों को बड़ा झटका लगा है. 24 घंटे बिजली, पानी, परिवहन से लेकर हर तरह की मिलने वाली नागरिक सुविधाएं भी फिलहाल […]
मुजफ्फरपुर: स्मार्ट सिटी की दौड़ में अपना शहर पिछड़ गया. गुरुवार को शहरी विकास मंत्रालय ने जो लिस्ट जारी की, उसमें मुजफ्फरपुर का नाम नहीं है. इससे स्मार्ट सिटी का सपना देख रहे शहरवासियों को बड़ा झटका लगा है. 24 घंटे बिजली, पानी, परिवहन से लेकर हर तरह की मिलने वाली नागरिक सुविधाएं भी फिलहाल नहीं मिल सकती हैं. हालांकि, नगर निगम व टॉप-20 को लेकर प्रस्ताव तैयार करने वाली आलिया कंसल्टिंग के पदाधिकारियों का दावा है कि अप्रैल में जारी होने वाली दूसरी 40 शहरों की सूची में हर हाल में अपने शहर का नाम होगा. इसके लिए कड़ी मेहनत कर प्रोजेक्ट को तैयार किया जायेगा.
इधर, स्मार्ट सिटी टॉप 20 में पिछड़ने के बाद नगर निगम ने अमृत योजना से शहर के विकास पर ध्यान केंद्रित कर दिया है. नगर आयुक्त ने बताया कि अमृत योजना से भी शहर को करोड़ों रुपये मिलने हैं. इसे शहर के विकास एवं सौंदर्यीकरण पर कैसे खर्च किया जाये, इसको लेकर प्लान बनाने की प्रक्रिया में तेजी जायेगी.
ये है स्मार्ट सिटी का मतलब
स्मार्ट सिटी से मतलब एक ओर परंपरागत पुराने शहरों को सुविधाओं से लैस करना है, दूसरी ओर इन शहरों के पास स्मार्ट सिटी नाम से उपनगर विकसित किये जायें. इन सिटी में पेयजल, विद्युत, कचरा प्रबंधन, सीवरेज, साइबर कनेक्शन, सड़क, रेलवे एयरपोर्ट से संलग्नता, भवन निर्माण व आपदा प्रबंधन की सुविधाएं आधुनिक रूप से होनी चाहिए. शिक्षा, स्वास्थ्य, मनोरंजन, गरीब व संपन्न वर्ग के लिए आवास आदि की सुविधाएं मिलनी चाहिए.
राय देने में पीछे रहे हम
स्मार्ट सिटी टॉप-20 का जो प्रस्ताव तैयार करना था, उसमें अधिक से अधिक लोगों की राय लेना सबसे महत्वपूर्ण प्वाइंट था, लेकिन नगर निगम इस काम को सही से नहीं कर पाया. इस कारण दिसंबर के पहले सप्ताह में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने एक सूची जारी की थी. इसमें बिहार के बिहारशरीफ शहर का नाम शामिल था, लेकिन मुजफ्फरपुर का नाम टॉप-40 शहरों की सूची में नहीं था. हालांकि, बाद में निगम ने इसमें सुधार की कोशिश की, बावजूद इसका लाभ निगम को नहीं मिल पाया.
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