मुजफ्फरपुर : केदारनाथ रोड निवासी कन्हाई पटेल की हत्या साजिश के तहत की गयी है. शुक्रवार को बिना नाम के एक गोपनीय पत्र प्रभात खबर को मिला. पत्र में सीएम से लेकर, डीजीपी, आइजी, डीआइजी, डीएम सहित मानवाधिकार आयोग को भेजा गया है. अंगरेजी में लिखे इस पत्र में कई खुलासे किये गये हैं. साथ ही आधा दर्जन मोबाइल नंबर लिखे हैं. लिखा गया है, इन मोबाइल की जांच से पूरे मामले से पर्दा उठ सकता है.
पत्र में लिखा गया है, कन्हाई की हत्या मेंनगर निगम की राजनीति में पैठ रखने वाला एक व्यक्ति शामिल है. जेल से कन्हाई के निकलने के बाद से ही वे उसे नापसंद कर रहे थे. घटना के दिन सुनियोजित साजिश रच कर उसकी हत्या की गयी है.
कन्हाई को फोन कर प्रिंस होटल के पास बुलाया गया था. जिस जगह पर बुलाया गया, वहां पूर्व से शराब की पार्टी चल रही थी, जिसमें 10 लोग मौजूद थे. कन्हाई वहां पर एक मित्र के साथ पहुंचा था. उसके पहुंचने पर उसे शराब पीने को दी गयी.
शराब पीने के दौरान ही एक शराब व्यवसायी व राजेश उर्फ हनुमान ने उस पर फायरिंग कर दी थी. कन्हाई के घायल होने पर वहां मौजूद लोग चिल्लाने लगे. इसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल से जाया गया. अनजान पत्र में एक पुलिस अधिकारी को भी संदिग्ध बताया गया है. लिखा गया है, हमारे से कुछ लोगों के नंबर नहीं है, लेकिन जो नंबर दिये गये अगर उन्हीं की जांच ठीक से हो तो पूरे मामले से पर्दा उठ सकता है. पत्र में ये उम्मीद भी जतायी गयी है, जल्द ही पत्र का असर होगा और सच्चई सामने आयेगी.
इसके अलावा कन्हाई के भाई के बारे में भी चर्चा की गयी है. कहा गया है, वे सरकारी कर्मचारी है. इस वजह कुछ नहीं बोल रहे हैं. वह अपनी प्रतिष्ठा को ठेस नहीं पहुंचे इसका ख्याल रखते हैं.
छह दिसंबर की शाम कन्हाई को गोली मार दी गयी थी. आठ दिसंबर को पटना में इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी थी. इस बाबत उसकी पत्नी के बयान पर राजेश उर्फ हनुमान व विजय सिंह के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.