देर शाम कुलसचिव डॉ रत्नेश मिश्रा ने उन्हें समझाने का प्रयास भी किया. उनका तर्क था कि यदि कुलपति डॉ पंडित पलांडे सोमवार की देर रात पटना में लौटते हैं तो वे मंगलवार को उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ वार्ता करेंगे. लेकिन कर्मी नहीं मानें. देर रात तक उनका अनशन जारी था.
विवि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुमन कुमार मिश्रा व उपाध्यक्ष रंजन कुमार भी मौके पर पहुंचे व संघ की ओर से समर्थन देने की घोषणा की. पूर्व कुलपति डॉ विमल कुमार के कार्यकाल में 67 कर्मचारियों को नियमित किया गया था, लेकिन सरकार की ओर से इसकी मंजूरी नहीं मिली. इसके कारण उनके वेतन का भुगतान लटका हुआ है. इधर, अनशन पर बैठे कर्मचारियों का तर्क है कि उनकी नियुक्ति स्टाफिंग पैटर्न पर हुई थी. बजट में भी सरकार ने उनके लिये पैसे एलॉट किये हैं.
बावजूद लेखा विभाग मामले काे लटका रहा है. बीते महीने जब कर्मचारियों ने इसी मुद्दे को लेकर अनशन शुरू किया था तब विवि अधिकारियों ने 16 जनवरी तक सरकार से कोई-न-कोई फैसला ले आने का आश्वासन दिया गया था. हालांकि अभी तक सरकार का इस मामले में कोई निर्देश नहीं आया है.