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अधिकारियों की हूटिंग, कर्मियों को रोका
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय. अब औपबंधिक अंक पत्र नहीं देने के फैसले पर उग्र हुए स्नातक के छात्र मुजफ्फरपुर : स्नातक पार्ट थर्ड का औपबंधिक अंक पत्र देने का फैसला वापस लेने के विरोध में सोमवार को बीआरए बिहार विवि में छात्रों ने जम कर हंगामा किया. छात्र समागम के पूर्वी चंपारण यूनिट के बैनर तले […]
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय. अब औपबंधिक अंक पत्र नहीं देने के फैसले पर उग्र हुए स्नातक के छात्र
मुजफ्फरपुर : स्नातक पार्ट थर्ड का औपबंधिक अंक पत्र देने का फैसला वापस लेने के विरोध में सोमवार को बीआरए बिहार विवि में छात्रों ने जम कर हंगामा किया. छात्र समागम के पूर्वी चंपारण यूनिट के बैनर तले सैकड़ों छात्रों ने पहले विवि के ‘हीरक जयंती’ गेट को बंद कर कर्मचारियों व अन्य लोगों को कैंपस में जाने से रोक दिया. सभी छात्र विवि अधिकारियों का इंतजार कर रहे थे.
लेकिन डेढ़ घंटे बाद भी जब अधिकारी नहीं आये तो प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर टायर जला कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. विवि थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह जब छात्रों को समझाने पहुंचे तो उनसे धक्का-मुक्की की गयी. सूचना पाकर प्रतिकुलपति डॉ प्रभा किरण व सीसीडीसी डॉ तारण राय मौके पर पहुंचीं, पर छात्रों ने उनकी भी नहीं सुनी व उनकी हूटिंग शुरू कर दी. इसके बाद दोनों अधिकारी वहां से लौट कर गेस्ट हाउस पहुंचीं. वहां पहले से ही अन्य अधिकारी मौजूद थे.
अधिकारियों के गेस्ट हाउस में होने की सूचना पाकर सभी छात्र वहां पहुंच गये. वहां हंगामा शुरू कर दिया. नगर डीएसपी आशीष आनंद ने जब छात्रों को समझाने की कोशिश की तो उनके साथ भी छात्रों ने बदसलूकी की. छात्र यही नहीं रुके, अधिकारियों के निर्देश पर कर्मचारियों ने जब गेस्ट हाउस का गेट बंद कर दिया तो छात्रों ने उसे भी तोड़ने का प्रयास किया.
मौके पर पहुंचे एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार की पहल पर छात्र विवि अधिकारियों के साथ बैठक को तैयार हुए. एसडीओ पूर्वी व नगर डीएसपी की मौजूदगी में विवि अधिकारियों व छात्र प्रतिनिधिमंडल के बीच करीब डेढ़ घंटे तक चली वार्ता के बाद तय हुआ कि विवि प्रशासन 21 जनवरी तक स्नातक पार्ट थर्ड का रिजल्ट जारी कर वेबसाइट पर अपलोड कर देगा. इस संबंध में विवि प्रशासन की ओर से छात्रों को लिखित आश्वासन भी दिया गया. तब छात्र शांत हुए. प्रदर्शन करने वाले अधिकांश छात्र बेतिया, मोतिहारी, रक्सौल, बगहा के थे.
बिना नियम कर दी थी घोषणा
इन दिनों स्नातक स्तरीय रेलवे की वेकेंसी निकली हुई है. इसमें आवेदन के लिए अभ्यर्थी का स्नातक पास होना अनिवार्य है. स्नातक पार्ट थर्ड की परीक्षा सितंबर माह में ही खत्म हो गयी थी. बावजूद विवि प्रशासन अभी तक रिजल्ट जारी नहीं कर सका. इसके विरोध में छात्र समागम के पूर्वी चंपारण यूनिट के बैनर तले ही छात्रों ने जम कर हंगामा किया था. इसके बाद परीक्षा नियंत्रक ने तीन सौ रुपये शुल्क जमा करने के बाद औपबंधिक अंक पत्र जारी करने की घोषणा कर दी.
इस आलोक में डेढ़ हजार से अधिक आवेदन जमा भी हुए, लेकिन बाद में मामला नियमों को लेकर फंस गया. विवि एक्ट में औपबंधिक अंक पत्र जारी करने का कोई प्रावधान नहीं है.
यही नहीं, बिना शीर्ष अधिकारी की मंजूरी के परीक्षा नियंत्रक द्वारा इस तरह की घोषणा कर देने को लेकर भी विवाद हुआ. आखिर में विवि प्रशासन ने गत नौ जनवरी को औपबंधिक अंक पत्र जारी करने का फैसला वापस ले लिया था. यही नहीं, जिन छात्रों ने इसके लिए आवेदन दिये थे, उनके पैसे संबंधित कॉलेज के प्राचार्य के माध्यम से लौटा दिये जाने का फैसला हुआ.
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