मुजफ्फरपुर : एस्सेल की लापरवाही व मनमानी से परेशान परिवर्तनकारी जन संघर्ष मोर्चा ने गुरुवार को माड़ीपुर स्थित कार्यालय में जमकर हंगामा किया. मोर्चा के लोगों ने आमरण अनशन पर बैठ गये और एस्सेल ऑफिस में घंटों तालाबंदी कर दी. इससे घबराये एस्सेल कर्मियों ने मौके पर पुलिसकर्मियों को बुला लिया.
इस पर हंगामा और बढ़ गया. ऑफिस में अंदर जाने को लेकर पुलिस व मोर्चा के लोगों में झड़प हुई. शाम करीब छह बजे नौ सूत्रीय मांगों पर एस्सेल के बिजनेस हेड रमणीक तेज और मोर्चा के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता हुई. इसमें यह एक माह के अंदर समस्याओं के समाधान की बात कही. इसके बाद मोर्चा ने आमरण अनशन समाप्त करने की घोषणा की.
मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एस्सेल विद्युत कंपनी ग्रामीण व शहरी उपभोक्ताओं के साथ ईस्ट इंडिया की तर्ज पर काम कर रही है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. संरक्षक अजय ओझा व केशव कुमार मिंटू ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर-घर बिजली अभियान पर एस्सेल जानबूझ कर पानी फेर रही है.
अगर यही हाल रहा तो कुछ दिनों में शहर व गांव की जनता एस्सेल के खिलाफ संयुक्त रूप से आंदोलन कर 15 वर्षाें के एग्रीमेंट को चंद महीनों में ही रद्द कर देगी. इस दौरान अजय ओझा, अशोक तिवारी, अमरजीत कुमार, विकास कुमार, सिकंदर यादव, सुजीत कुमार, आशुतोष उपाध्याय, मुन्ना महतो, गणेश महतो, राजेश साह, प्रकाश कुमार, अनामिका ओझा सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे.
ऑफिस में कैद रहे एस्सेलकर्मी
परिवर्तनकारी जनसंघर्ष मोर्चा के लोगों का प्रदर्शन ज्यों-ज्यों बढ़ रहा था, वैसे-वैसे एस्सेल कर्मियों की बैचेनी बढ़ती जा रही थी. मोर्चा के लोगों ने आगे बढ़ो का नारा लगाते हुए एस्सेल ऑफिस के मुख्य शटर को बंद कर दिया. इससे सभी एस्सेलकर्मी ऑफिस में कैद हो गये.
एस्सेलकर्मियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. जब मौके पर पुलिस पहुंची, तब एस्सेल कर्मियों ने चैन की सांस ली. इस बीच एस्सेल में काम के लिए आये लोगाें को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. लोगों ने कहा, एस्सेल की मनमानी से हर कोई त्रस्त है.
पुलिस से हुई झड़प
एस्सेल ऑफिस को खुलवाने को लेकर पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. किसी तरह पुलिस ने मोर्चा के लोगों से एस्सेल का शटर तो खुलवा दिया, लेकिन अब आंदोलन कर रहे लोग ऑफिस के अंदर घुसने को लेकर आक्रोशित हो गये. इस पर पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए उन्हें रोकना चाहा, लेकिन आंदोलनकारी नहीं माने.
इसकी वजह से काफी देर तक पुलिसकर्मियों और आंदोलनकारियों के बीच देर तक झड़प हुई. मुख्य गेट पर माहौल बेहद गर्म हो गया. बात गाली-गलौज तक बढ़ गयी. इस दौरान महिला पुलिसकर्मियों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन आंदोलनकारियों का हौसला नहीं डिगा. वे नारे लगाते हुए एस्सेल ऑफिस के मुख्य गेट के अंदर तक चले गये. इसके बाद किसी तरह पुलिस कर्मियों ने उन्हें वहां से हटाया.