27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

निजी बैंक में रखी जा रही सरकारी राशि

निजी बैंक में रखी जा रही सरकारी राशि – आयुक्त के सचिव ने सभी जिला कल्याण व भूअर्जन पदाधिकारी को लिखा पत्र – निजी बैंक में राशि रखना वित्तीय अनियमितिता, अधिकारियों पर होगी कार्रवाई – निजी से सार्वजनिक बैंक में राशि ट्रांसफर करने का दिया निर्देश उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर निजी बैंक में सरकारी राशि जमा […]

निजी बैंक में रखी जा रही सरकारी राशि – आयुक्त के सचिव ने सभी जिला कल्याण व भूअर्जन पदाधिकारी को लिखा पत्र – निजी बैंक में राशि रखना वित्तीय अनियमितिता, अधिकारियों पर होगी कार्रवाई – निजी से सार्वजनिक बैंक में राशि ट्रांसफर करने का दिया निर्देश उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर निजी बैंक में सरकारी राशि जमा करने पर भले ही सरकार ने सख्ती से रोक लगा रखी है, लेकिन अफसर नियम को ताक पर रख कर घड़ल्ले से निजी बैंक में सरकारी राशि जमा कर रहे हैं. अंचल से लेकर जिला मुख्यालय तक सरकारी बैंक से पैसा निकालने व निजी में जमा करने का खेल चल रहा है. इसी तरह के कई मामले सामने आने पर प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद ने संबंधित पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. आयुक्त के सचिव ने प्रमंडल के सभी कल्याण व भूअर्जन पदाधिकारी को विशेष तौर पर इस संबंध में निर्देश दिये हैं. बताया गया है कि ऐसी सूचना मिल रही है कि कल्याण, अल्पसंख्यक व भूअर्जन आदि मदों की रकम को सरकारी बैंक में रखने बजाये निजी बैंक में रखा जा रहा है जो नियमों के उल्लघंन के साथ वित्तीय गड़बड़ी का मामला है.अधिकारी व्यक्तिगत तौर पर होंगे जिम्मेदार निजी बैंक में अगर सरकारी राशि का मामला सामने आने पर संबंधित पदाधिकारी व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार होंगे. इन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. आयुक्त के सचिव ने अफसरों को हिदायत दी है कि उनके कार्यालय की राशि अगर निजी बैंक मे रखी गयी है तो अविलंब उसे सरकारी बैंक में ट्रांसफर करा दें. इसका अनुपालन रिपोर्ट भी आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध करायें. भूअर्जन व विशेष भूअर्जन में सबसे अधिक राशि सबसे अधिक राशि भूअर्जन व विशेष भूअर्जन कार्यालय को आवंटित होता है. बड़े-बड़े प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए अरबों में राशि दी जाती है. इन दोनों कार्यालय का निजी बैंक में पैसा जमा करने का मामला बार-बार उठता है. दो साल पहले तत्कालीन जिलाधिकारी ने भूअर्जन पदाधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें