मुजफ्फरपुर: सुबह का समय था, सभी यात्री सोये हुए थे. अचानक डकैतों ने जब बोगी में लूटपाट शुरू की तो सभी घबरा गये. यात्री जब तक समझ पाते, तब तक डकैत ब्लेड व चाकू से हमला कर देते थे. ट्रेन के पीछे से सातवीं बोगी दस मिनट में ही खून से लाल हो गयी थी. घायल यात्री अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर छिप रहे थे.
यह बात कहते-कहते समस्तीपुर बंगाली कॉलोनी की रहने वाली काजल सहम सी गयी. अमृतसर से जननायक एक्सप्रेस में अपने घर लौट रही काजल के अलावा बोगी में सवार हर यात्री घटना के बाद सहमे हुए थे. ट्रेन के जंकशन पहुंचने पर जीआरपी प्रभारी इमरान आलम जब घायल यात्रियों को ट्रेन से उतर इलाज कराने की बात कह रहे थे तो यात्रियों का एक ही जवाब था कि अपने घर पहुंचने के बाद इलाज करा लेंगे.
चीख-पुकार मचती रही, स्कॉर्ट पार्टी सोती रही. यात्रियों ने कहा कि डकैती के दौरान बोगी में चीख-पुकार मची थी, लेकिन इस दौरान स्कॉर्ट पार्टी का कहीं अतापता नहीं था. यात्री राम प्रकाश, अमरेश कुमार, गोविंद साह ने कहा कि नरकटियागंज से लेकर सुगौली स्टेशन के आउटर तक डकैत यात्रियों के साथ मारपीट व ब्लेड से हमला करते रहे और स्कॉर्ट पार्टी को भनक तक नहीं लगी. बोगी से डकैतों के आउटर पर उतरने के बाद सुगौली स्टेशन पर स्कॉर्ट पार्टी को स्टेशन पर देखा गया. स्टेशन पर जब स्कॉर्ट पार्टी को पता चला कि ट्रेन में डकैती हो गयी हैतब यात्रियों की हालचाल लेने पहुंचे. हालांकि यात्रियों द्बारा स्कॉर्ट पार्टी को बोगी से जबरन उतारा दिया गया था.