मुजफ्फरपुर: माड़ीपुर हादसे में गरदन फंसती देख रेल के कई विभागों के बीच जिच फंसी है. हर विभाग एक दूसरे की पैर खींचने में लगा है. शुक्रवार को घटनास्थल पर उस समय अफरा-तफरी मच गयी, जब ट्रैक पर गिरे मालगाड़ी क्षतिग्रस्त कोच के चक्के की मापी के लिए संयुक्त टीम पहुंची. सीआरएस के निर्देश पर चक्के की मापी के लिए एक टीम तैयार की गयी थी, जिसमें पीडबल्यूआइ, कैरेज के इंजीनियर, सेफ्टी से जुड़े अधिकारी शामिल थे.
मापी से पूर्व ही एक-दूसरे विभाग के ऊपर दोषारोपण करते हुए कोचिंग डिपो के अधिकारी व समस्तीपुर के पीडब्ल्यूआइ आपस में भिड़ गये.दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी तक दे डाली. दोनों अधिकारियों को लड़ता देख मौके पर काम कर रहे अन्य विभाग के कर्मचारी व अधिकारी पहुंच गया. उसी समय पुल के तीसरे भाग को गिराने का काम किया जा रहा था. मौके पर हल्ला मच जाने से काम भी बाधित हो गया. दो अधिकारियों के बीच तूं-तूं-मैं-मैं होता देख मौके पर उपस्थित सोनपुर मंडल के एडीआरएम बीएन झा पहुंच गये.
आरपीएफ के इंस्पेक्टर विश्वनाथ कुमार व जीआरपी इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार भी पुलिस बल के साथ पहुंचे. दोनों अधिकारियों को समझा-बुझा कर शांत कराया गया. एडीआरएम ने कहा कि जिस अधिकारी को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गयी है, वही उपस्थित रहेंगे. अन्य कर्मी को वहां से हटा दिया गया.