मुजफ्फरपुर/ सरैया: शिव शक्ति महायज्ञ में उत्पात मचाने व मुख्य यज्ञ कर्ता अजीत शाही की बेरहमी से पिटाई मामले में एसटीएफ के दो जवान को चिह्न्ति करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है. यहीं नहीं, एसटीएफ के जवानों की हरकत को देखते हुए चीता बटालियन (22) की 42 सदस्यीय पूरी टीम को सरैया से हटा दिया गया है. पूरी टीम वापस पटना लौट गयी है. बताया जाता है कि इस बटालियन की जगह दूसरी टीम जिला में आयेगी.
टीम के आने के बाद उसे सरैया से दूसरे जगह शिफ्ट किया जायेगा. सोमवार की घटना की एएसपी अभियान राणा ब्रजेश एसएसपी के निर्देश पर पूरे मामले की जांच करने सरैया पहुंचे थे. पूछताछ के क्रम में दो जवानों को चिह्न्ति किया गया था. हालांकि उनके नाम का खुलासा नहीं हुआ है. एएसपी ने यज्ञ समिति के सदस्य, दुकानदार व अजीत शाही से भी पूछताछ की थी. जांच के बाद एसएसपी को रिपोर्ट सौंप दी गयी थी. इधर, मंगलवार की सुबह ही एसटीएफ की टीम ने हाइस्कूल से बोरिया-बिस्तर समेट लिया था.
डीएसपी भी कर रहे हैं जांच : एसटीएफ के जवानों के अशोभनीय हरकत की डीएसपी रामाकांत प्रसाद भी जांच कर रहे हैं. इस पूरे प्रकरण में 10 जवानों की संलिप्तता सामने आयी है. बताया जाता है कि विभागीय जांच के बाद जवानों पर कार्रवाई की जायेगी. आइजी अभियान अमित कुमार मुख्यालय से बाहर बताये जाते है.उनके आने के बाद दोषी जवान पर कार्रवाई की जायेगी.
अब तक दर्ज नहीं हुई प्राथमिकी : शिवशक्ति महायज्ञ में सोमवार की रात एसटीएफ जवानों द्वारा उत्पात मचाने व आयोजनकर्ता अजीत शाही के साथ मारपीट करने के मामले में थाने में दिये गये आवेदन पर पुलिस ने मंगलवार शाम तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी. लोगों का कहना था कि एसटीएफ जवानों को बचाने की कोशिश की जा रही है.