18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मरीजों का मर्ज बढ़ा रहा सदर अस्पताल का कफ सिरप

मरीजों का मर्ज बढ़ा रहा सदर अस्पताल का कफ सिरपब्रोंकाइटिस व सूखी खांसी में भी लिखी जा रही बलगम वाली खांसी की दवावरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसदर अस्पताल में मिलने वाला कफ सिरप मरीजों का मर्ज बढ़ा रहा है. मरीज कफ सिरप को एक सप्ताह तक पीते हैं, लेकिन जब खांसी से आराम नहीं होता तो दुबारा […]

मरीजों का मर्ज बढ़ा रहा सदर अस्पताल का कफ सिरपब्रोंकाइटिस व सूखी खांसी में भी लिखी जा रही बलगम वाली खांसी की दवावरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसदर अस्पताल में मिलने वाला कफ सिरप मरीजों का मर्ज बढ़ा रहा है. मरीज कफ सिरप को एक सप्ताह तक पीते हैं, लेकिन जब खांसी से आराम नहीं होता तो दुबारा डॉक्टर के पास आते हैं. यह परेशानी ब्रोंकाइटिस व सूखी खांसी से पीड़ित मरीजों को हो रही है. सदर अस्पताल में बलगम वाली खांसी के लिए तो कफ सिरप है, लेकिन ब्रोंकाइटिस व सूखी खांसी के लिए दवाएं नहीं है. कफ सिरप के नाम पर डॉक्टर सदर अस्पताल में उपलब्ध दवाएं लिख रहे हैं. जबकि वे जानते हैं कि इससे मरीज का मर्ज ठीक नहीं होगा. बावजूद मरीजों का मन रखने के लिए ऐसी दवाएं दी जा रही है. जिससे फायदा कुछ नहीं मरीजों का मर्ज बढ़ रहा है.बाहर की दवाएं लिखने पर रोकडॉक्टरों का कहना है कि मरीज कफ सिरप लिखने के लिए परेशान करते हैं. दवा नहीं लिखे तो भी मरीजों से उलझना पड़े. सूखी खांसी में उपलब्ध कफ सिरप असरदार नहीं होती. बाहर की दवाएं लिखने पर रोक के कारण मजबूरी में उन्हें ये दवांए लिखनी पड़ती है. ऐसी स्थिति हमेशा ही बनी रहती है. दमा के मरीजों के लिए डेरीफाइलिन भी नहीं है. ऐसे मरीजों का सिरप से मन ही रखा जाता है. उनका इलाज नहीं होता.दवाओं की कमी के कारण परेशानी है. वे डॉक्टर से बात करेंगे कि जो मर्ज के लिए जरूरी दवाएं नहीं है, उसे नहीं लिखे. मरीज जबरदस्ती दवा के लिए उलझते हैं तो उन्हें समझाया जायेगा.डॉ एन चौधरी, उपाधीक्षक

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें