मुजफ्फरपुर: शहर में नगर निगम के रैन बसेरों की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. हालत इतनी खराब है कि आश्रय विहीन लोग चाह कर भी यहां नहीं ठहर सकते. नगर आयुक्त का आदेश बेअसर साबित हो रहा है. रैन बसेरा पर किसी समय निगम के कर्मचारी तैनात नहीं रहते हैं. कई जगह तो […]
मुजफ्फरपुर: शहर में नगर निगम के रैन बसेरों की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. हालत इतनी खराब है कि आश्रय विहीन लोग चाह कर भी यहां नहीं ठहर सकते. नगर आयुक्त का आदेश बेअसर साबित हो रहा है.
रैन बसेरा पर किसी समय निगम के कर्मचारी तैनात नहीं रहते हैं. कई जगह तो रात के समय ताला लटकता रहता है. शुक्रवार की रात 9:30 बजे स्टेशन रोड, जिला परिषद मार्केट, कलमबाग चौक व तिलक मैदान रोड के रैन बसेरों में निगम के कर्मचारी गायब थे. जहां खुला था, वहां रोशनी की व्यवस्था नहीं थी. आश्रय गृह के अंदर गंदगी का अंबार लगा था. गंदगी के कारण लोग बाहर सो रहे थे.
चाय वाले के भरोसे रैन बसेरा
जिला परिषद मार्केट रैन बसेरा एक चाय वाले के भरोसे चल रहा है. चाय दुकानदार सुरेश दास ने बताया कि वह रात के समय इसे खोल देता है. कभी कोई कर्मचारी नहीं आता है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के तहत रैन बसेरा को चकाचक रखना है. वहां रोशनी, शौचालय, पानी, ड्रेनेज, कंबल, अलाव सभी चीजों की व्यवस्था रखना है. जबकि निगम प्रशासन की लापरवाही के कारण कुछ जगहों पर आश्रय गृह खंडहर हो चुका है.