मुजफ्फरपुर: जमीन की किस्म में हेराफेरी कर सरकार को राजस्व का चूना लगाना सोच रहे है, तो सावधान हो जायें. डीएम अनुपम कुमार विभाग से तथ्य को छुपा गुमराह करने वाले जमीन विक्रेता व क्रेता के खिलाफ सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. डीएम श्री कुमार के निर्देश पर जिला अवर निबंधक निलेश कुमार ने तीन दिनों के भीतर नगर थाने में तीन एफआइआर दर्ज करायी है.
इसमें अलग-अलग नौ लोगों को आरोपित बनाया है. औराई थाना क्षेत्र के मढ़ना उर्फ बसुआ की रहनेवाली विश्वनाथ शर्मा की पत्नी निधि कुमारी व नंद किशोर ठाकुर को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. निधि कुमारी जमीन की खरीदार है. वहीं नंद किशोर ठाकुर विक्रेता. इन दोनों ने जमीन के सही किस्म को छुपा सरकार को 1.16 लाख रुपये का राजस्व नुकसान पहुंचाया है. इसके अलावा दूसरे एफआइआर में करजा थाना क्षेत्र के छपरा हुसैन उर्फ कटहां निवासी मो शाहनवाज एवं बसंतपुर मलिकान निवासी जमील अहमद को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. मो शाहनवाज जमीन का खरीदार व जमील अहमद विक्रेता है.
इन दोनों ने दस्तावेजों की रजिस्ट्री में मकान को छुपा 3.87 लाख रुपये राजस्व का नुकसान पहुंचाया है. इसका खुलासा डीएम को मिली शिकायत के बाद अवर निबंधक द्वारा की गयी जांच से हुआ है. वहीं तीसरे एफआइआर में मीनापुर सिवाइपट्टी थाना के मलिकाना सगहरी टोला के नंद किशोर सिंह, गांधी प्रसाद सिंह, बच्च प्रसाद सिंह, राजमंगल सिंह, राजदेव सिंह पर अलग-अलग दो एफआइआर नगर थाने में दर्ज करायी गयी है. इसमें तीन लाख से अधिक राजस्व की चोरी करने का आरोप लगाया गया है. पुलिस एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.